- लोकपाल कानून इसी सत्र में, सीएम दायरे में होंगे
- राज्य में इसी साल से लागू किया जाएगा छठा पे कमीशन
Dainik Bhaskar
Feb 27, 2020, 09:29 AM IST
चंडीगढ़ | सार्वजनिक सेवाओं में और ज्य़ादा जवाबदेही यकीनी बनाने को सरकार नया लोकपाल कानून इसी सत्र में ला सकती है। जिसमें सीएम से लेकर सभी निचले अधिकारी दायरे में आएंगे। यह एलान सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान किया। उन्होंने कहा, छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट इसी साल लागू की जाएगी। उन्होंने कहा, पंजाब किसी भी सूरत में हरियाणा समेत किसी को एसवाईएल का पानी नहीं देगा। विधानसभा में दो टूक कहते हुए सीएम ने कहा, शहीद हो जाएंगे लेकिन किसी भी सूरत में पानी नहीं देंगे। कैप्टन ने कहा, जब तक उनकी सरकार है तब तक किसानों को मुफ्त बिजली की सुविधा वापस नहीं होेगी। जल्द ही किसानों का कर्ज माफ होगा।
सीएम ने कहा कि आरक्षण नीति, जिसमें प्रमोशन के लिए आरक्षण भी शामिल है, राज्य में जारी रहेगी। बजट सत्र में बुधवार को रेत माफिया का मुद्दा भी गंूजा। सदन में विधायक ने कहा, सतलुज व ब्यास दरिया में रेत की माइनिंग लगातार जारी है। रेत माफिया लगातार गुंडागर्दी दिखा रहा है। विधायक एन के शर्मा ने कहा, माइनिंग कारोबार में बड़े राजनेता शामिल हैं, इसलिए माफिया पर नकेल नहीं कसी जा रही। इस पर मंत्री सुख सरकारिया ने कहा, डेराबस्सी में खनन से 110 करोड़ राजस्व एक साल में मिला है। अकाली सरकार में 30 करोड़ से ज्यादा नहीं मिला था।
इधर, सीएम मनोहर लाल बोले-हमें पानी लेने से कोई नहीं रोक सकता
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि एसवाईएल नहर के माध्यम से हरियाणा को अपने पानी का हिस्सा मिलने से कोई भी नहीं रोक सकता है। सुप्रीम कोर्ट पहले ही हरियाणा के पक्ष में अपना फैसला दे चुका है। नहर के पानी में राज्य की अपनी वैध हिस्सेदारी है। उन्होंने बजट सत्र के दौरान पत्रकार वार्ता में यह बात कही।
कोरोनावायरस के कारण चीन से फोन आने में देरी
सीएम ने कहा जब चीन पंजाब को स्मार्ट फोन भेजने के योग्य हो जाएगा तभी उनकी सरकार स्मार्ट फोन के पहले सैट का वितरण कर देगी। उन्होंने सदन को बताया कि फोन आॅर्डर किए जा चुके हैं, लेकिन कोरोना वायरस के कारण खेप नहीं पहुंची। स्वास्थ्य संकट के कारण चीन में बाज़ार बंद हो गए, जिस वजह से फोन की खेप नहीं मिली है। सीएम ने कहा कि हम वादा किए 9 पॉइन्ट्स पर काम कर रही है। ताकि उसे सही ढंग से पूरा किया जा सके।