Dainik Bhaskar
Feb 24, 2020, 08:08 PM IST
गैजेट डेस्क. जापान की ओसाका यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों में ब्लेड रनर रोबोट तैयार किया है। इसमें प्रोग्रामिंग इस तरह से की गई है कि करंट लगने पर रोबोट झटका महसूस करेगा। वैज्ञानिकों का दावा है कि ऐसा करने से आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक को भी सहानुभूति व्यक्त करना सिखाया जा सकेगा। टीम ने 2018 में बनाए एक हाइपर रियलिस्टिक चाइल्ड रोबोट एफेटो में आर्टिफिशियल पेन सिस्टम लगाया है। बच्चे जैसे चेहरे वाला यह रोबोट टच करने पर हांसता, रोता और गुस्सा होता है साथ ही अलग-अलग तरह के चेहरे बनाकर अपनी संवेदनाएं भी प्रकट करता है।
एफेटो को बनाने के लिए शोधकर्ताओं ने 116 अलग-अलग तरह के फेशियल प्वाइंट को ढूंढा और विशेष एक्सप्रेशन बनाने के लिए कई पहलुओं का एनालिसिस किया, इसके बाद रोबोट में इस तरह से कोडिंग की गई जिससे ये दर्द महसूस करेगा। मुख्स शोधकर्ता प्रोफेसर मिनोरू असाडा जो जापान की रोबोटिक्स सोसाइटी के प्रेसिडेंट भी है ने बताया इस प्रक्रिया से यह उम्मीद की जा रही है कि मशीन में सहानुभूति और सदाचार व्यक्त करने जैसी योग्यताएं लाई जा सकेगी।
इस आर्टिफिशियल पेन सिस्टम को सिएटल में हुई अमेरिकन एसोसिएशन फॉर द एडवांसमेंट ऑफ साइंस मीटिंग में पेश किया गया। असाडा और उनकी टीम को उम्मीद है कि मशीन में पेन सेंसर की कोडिंग करने से उनमें इंसानों को होने वाली तकलीफों को समझने की क्षमता बढ़ेगी। इसे जरिए यह अकेले रह रहे बुजर्गों की मानसिक और शारीरिक रूप से ज्यादा बेहतर तरीके से मदद कर सकेंगे।