- पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने एक अखबार के कार्यक्रम में दिया था बयान
- करीब 6 घंटे दर्शन के लिए ठहरते हैं श्रद्धालु, इस दौरान ट्रेनिंग भी दे सकता है पाक
Dainik Bhaskar
Feb 23, 2020, 08:25 AM IST
चंडीगढ़/होशियारपुर/अमृतसर/गुरदासपुर. कॉरिडोर के जरिए श्री करतारपुर साहिब जाने वालों को लेकर डीजीपी दिनकर गुप्ता के बयान पर राजनीति गरमा गई है। 20 फरवरी को एक अखबार के कार्यक्रम में डीजीपी ने कहा था कि कॉरिडोर से करतारपुर जाने वाला शाम को आतंकी बनकर लौट सकता है। श्रद्धालु वहां करीब 6 घंटे दर्शन के लिए ठहरते हैं, यह काफी समय होता है।
इस दौरान पाक ट्रेनिंग भी दे सकता है। फायरिंग बेस पर ले जाकर आईडी बनाना सिखा सकता है। शनिवार को डीजीपी ने इस पर सफाई दी, कहा-मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है। मैंने सिर्फ भारत के प्रति दुश्मनी रखने वाले तत्वों व पवित्र स्थानों का नाजायज लाभ उठाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ चौकस रहने को कहा था। इनका किसी धर्म या संप्रदाय से कोई संबंध नहीं था।
पंजाब और केंद्र सरकार करे डीजीपी पर कार्रवाई
जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह- मुसलमान मक्का व हिंदू अपने तीर्थ स्थानों पर जाने के बाद आतंकी नहीं बनता, तो सिख अपने पावन स्थान पर जाने से आतंकी कैसे बन सकता है। पाक में दर्शन कर लौटने पर हमें आतंकी कहा जाता है तो हम 100 बार बनने को तैयार हैं। पंजाब व केंद्र सरकार को डीजीपी पर कार्रवाई करनी चाहिए।
शिअद बोली- क्या, 52000 श्रद्धालु ट्रेनिंग लेकर लौटे हैं
पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया- डीजीपी को तुरंत हटाया जाना चाहिए। उनका बयान सिख श्रद्धालुओं को शक की निगाह से देखता है। मैं उनसे पूछता हूं कि अब तक जो 52,000 श्रद्धालु करतारपुर में दर्शन कर लौटे हैं, क्या वे ट्रेनिंग लेकर लौटे हैं। अगर सीएम व डीजीपी बयान पर स्पष्टीकरण नहीं देते हैं तो हम विस सत्र नहीं चलने देंगे।