- एक पाकिस्तानी टीवी चैनल के मुताबिक, उमर पीएसएल के पहले मैच में स्पॉट फिक्सिंग करने वाले थे
- बुधवार रात 10 बजे कराची के एक होटल में पीसीबी ने अकमल के सामने उनसे जुड़े सबूत दिखाए
Dainik Bhaskar
Feb 22, 2020, 08:48 AM IST
खेल डेस्क. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने गुरुवार को मिडल ऑर्डर बैट्समैन उमर अकमल को भ्रष्टाचार के आरोप में बैन कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उमर कई दिनों से बुकीज के संपर्क में थे। उन्होंने खुद संदिग्ध लोगों से संपर्क किया। पीसीबी की एंटी करप्शन यूनिट ने अकमल के फोन भी टेप किए थे। उनके दोनों फोन अब इसी यूनिट के पास हैं।
पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) गुरुवार से शुरू हुई। उमर को क्वेटा ग्लेडियर्स की तरफ से खेलना था। इसके कुछ घंटे पहले उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।
बुकीज से लंबी बातचीत
‘जियो न्यूज’ ने उमर को सस्पेंड किए जाने की वजह का खुलासा सूत्रों के हवाले से किया है। पीसीबी ने औपचारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी। रिपोर्ट के मुताबिक, पीसीबी की एंटी करप्शन यूनिट कई दिनों से उमर पर नजर रख रही थी। वो पीएसएल शुरू होने के पहले बुकीज के संपर्क में थे। उन्होंने लगातार चार दिन तक बुकीज से लंबी बातचीत की। पीसीबी ने यह बातचीत रिकॉर्ड कर ली। जब अकमल ने खुद पीसीबी को इसकी जानकारी नहीं दी तो कार्रवाई का फैसला लिया गया।
आधी रात को फैसला
रिपोर्ट के मुताबिक, पीसीबी चीफ एहसान मनी, सीईओ वसीम खान और क्वेटा ग्लेडिएटर्स के मालिक नदीम खान कराची बुधवार रात 10 बजे कराची के एक होटल में मिले। पहले इन्होंने आपस में बातचीत की। इसके बाद उमर अकमल को वहीं बुलाया गया। उमर ने पहले तो आरोपों से इनकार किया लेकिन जब पीसीबी ने उन्हें सबूत दिखाए तो वो सफाई नहीं दे सके। रात करीब 4 बजे पीसीबी ने उमर को सस्पेंड करने का फैसला किया। क्वेटा ग्लेडिएटर्स के कोच मोईन खान से कहा गया कि वो उमर की जगह किसी दूसरे प्लेयर को खिलाएं। इतना ही नहीं उमर अकमल के दोनों फोन भी पीसीबी ने अपने कब्जे में ले लिए। एक अन्य मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उमर ने पहले मैच में स्पॉट फिक्सिंग की तैयारी कर ली थी। इसके लिए बुकीज से उनकी डील भी हो चुकी थी।