Dainik Bhaskar
Feb 17, 2020, 09:33 AM IST
मुम्बई से किरण जैन. सिद्धार्थ शुक्ला के बिग बॉस 13 विनर बनने के बाद से सोशल मीडिया पर कुछ लोग शो मेकर्स पर पक्षपात करने और शो के फिक्स्ड होने का आरोप लगा रहे हैं। ऐसे में खुद सिद्धार्थ ने सामने आकर इन आरोपों का जवाब दिया है। सिद्धार्थ ने फिक्सिंग पर गुस्सा होते हुए कहा – ‘बहुत दुःख होता है जब कुछ लोग कहते हैं कि ये शो फिक्स्ड था। ऐसा बिलकुल नहीं है। हम सभी ने इसमें बहुत मेहनत की है और ये ट्रॉफी मेरी मेहनत का फल हैं।’
सिद्धार्थ शुक्ला ने आगे कहा-
आसिम और मेरे बीच में कोई भी मनमुटाव नहीं है। घर से बाहर आते ही हम दोनों एक दूसरे से मिले। मेरे दिमाग में ऐसा कभी भी नहीं आया कि मैं उसे हराकर आगे निकलूं। जैसे कि मैंने पहले कहा है कि ये शो मैं सिर्फ अपने लिए जीतना चाहता था।‘मैं ने जब इस शो के लिए हामी भरी थी उसी दिन से मेरी ख्वाहिश बस इसे जीतने की थी। आज जब इतने हफ्तों बाद मेरे हाथ में ट्रॉफी आ गई है तो मैं इसे पाकर बहुत खुश हूं। जाहिर है कि मेरी ही तरह बाकी के कंटेस्टेंट भी इस ट्रॉफी को जीतना चाहते थे। शुरुआत में मैं थोड़ा नर्वस था लेकिन जैसे-जैसे दिन बीतते गए, मेरा कॉन्फिडेंस बढ़ता गया। शो के दौरान मेरा एग्रेशन भी काफी चर्चा में रहा। ऐसा नहीं हैं कि मैं बेमतलब किसी भी बात पर रिएक्ट करता था। यहां हर सिचुएशन अलग होती है। हर किसी के साथ पूरे वक्त अच्छा व्यवहार करना तो नामुमकिन है। घर में एक भी दिन ऐसा नहीं बीतता था जब मैं ये ना सोचूं कि मैं सही कर रहा हूं या गलत। मैंने पूरे वक्त खुद से ही कॉम्पिटीशन किया है। मैं किसी को हराकर जीतने के बारे में नहीं सोचता था, बस खुद को जीतता देखना था और यही सोचकर मैंने यह पूरा सफर तय किया। खैर, आज मुझे विनर देखकर मेरी मां बहुत खुश हैं और उनकी खुशी देखकर मेरी खुशी भी दोगुनी हो गई है। अब कुछ दिनों तक मैं इस शो के मोमेंट्स को जीना चाहता हूं और फिर आगे के बारे में सोचूंगा। उम्मीद है कि इतना बड़ा शो जीतने के बाद मुझे कुछ अच्छे ही ऑफर मिलेंगे।’
सलमान को सीरियसली लिया
सलमान के साथ इंटरेक्शन का अनुभव बहुत ही अच्छा रहा। शो के दौरान उन्होंने मुझे बहुत समझाया और उनकी बातों को मैंने बहुत ही सीरियसली लिया था। इतना बड़ा व्यक्ति अगर आपको इतना वक्त दे रहा है तो वो वह बहुत बड़ी बात होती है।
बच्चे जैसी है शहनाज
शहनाज मेरी बहुत अच्छी दोस्त हैं और उसके साथ की जर्नी हमेशा यादगार रहेगी। हम दोनों जरूर टच में रहेंगे। फिलहाल इस बारे में ज्यादा नहीं बता पाऊंगा। शहनाज इस पूरे सफर में बहुत अच्छे से रही। वो जैसी मेरे साथ थीं मैं भी उनके साथ वैसा ही था। मेरे लिए वो एक बच्चे जैसी हैं। जब भी उनसे बात करता था तो मुझे बहुत कम्फर्टेबल फील होता था।