- संगरूर में जलती वैन में 4 बच्चे जिंदा जल गए थे, भास्कर सामने लाया था इस बच्ची की हिम्मत को
- प्रशासन ने बच्ची के नाम को अवाॅर्ड के लिए भेजा, 15 अगस्त को समारोह में सम्मानित किया जाएगा
Dainik Bhaskar
Feb 17, 2020, 09:35 AM IST
संगरूर. आग की लपटाें से घिरी वैन से बाहर निकलने के बाद बहादुरी दिखाते हुए 4 बच्चाें की जान बचाने वाली 13 वर्षीय अमनदीप कौर काे पंजाब सरकार 15 अगस्त काे सम्मानित करेगी। प्रशासन ने उसका नाम अवाॅर्ड के लिए भेज दिया है। इसकी पुष्टि डीसी घनश्याम थोरी ने की है। 9वीं कक्षा की छात्रा अमनदीप के पिता सतनाम सिंह खेती और माता गुरजीत कौर हाउसवाइफ हैं। पिता सतनाम ने बताया कि घटना की खबर मिलते ही वह भी डर गए थे और बुरे- बुरे ख्याल आ रहे थे।
दौड़ लगाकर घटनास्थल पर पहुंचे तो वहां काफी भीड़ थी। काफी देर तक बेटी को ढूंढते रहे। बाद में देखते ही चिंता दूर हो गई। वहीं, मां ने बताया कि वह इकलौती बेटी है। काफी मन्नतों के बाद उसका जन्म हुुआ था। उसे कभी बेटों से कम नहीं समझा है। बेटी ने बहादुरी दिखाते हुए जहां खुद को बचाया। वहीं 4 बच्चों को भी खींच कर मौत के मुंह से बचाने में कामयाबी प्राप्त की। गौर हो कि हादसे के बाद भास्कर ने अमनदीप की बहादुरी को उजागर किया था।
खुद भी थी वैन में, खिड़की का शीशा तोड़ निकली थी बाहर
आग लगते ही टीचर दलबीर सिंह वैन से उतर गए थे। मैं वैन के अंदर ही बैठी थी। वैन का दरवाजा नहीं खुल पाया। वैन से एक लोहे की चीज हाथ लगी, उससे शीशा तोड़ा। फिर मुंह बाहर निकाल वैन का दरवाजा बाहर से खोला। फिर साथ में बैठे अनमोल, अर्शदीप कौर, करण समेत 4 बच्चों को खींचकर बाहर निकाला। सर ने भी एक बच्चे को खींचा था पर लोगों के पहुंचते ही वह फरार हो गए। कुछ बच्चों को लोगों ने भी निकाला था। -अमनदीप कौर ने जैसा दैनिक भास्कर को बताया