- बोर्ड ने अलग ई-मेल आईडी जारी की थी, 24 जनवरी तक आवेदन मांगे; शिवरामाकृष्णन ने 22 जनवरी को ई-मेल भेजा
- चीफ सिलेक्टर एमएसके प्रसाद और गगन खोड़ा का कार्यकाल खत्म होने के बाद बोर्ड ने दो पदों के लिए आवेदन मंगाए थे
Dainik Bhaskar
Feb 17, 2020, 09:17 AM IST
खेल डेस्क. पूर्व भारतीय क्रिकेटर लक्ष्मण शिवरामाकृष्णन ने भारतीय टीम के चीफ सिलेक्टर के लिए बीसीसीआई के ई-मेल पर जो आवेदन भेजा था, वह बोर्ड के इनबॉक्स से डिलीट हो गया। शिवरामाकृष्णन का कहना है कि उन्होंने तय तारीख से दो दिन पहले ही यह ई-मेल भेज दिया था। अब बोर्ड अपनी टेक्निकल टीम की मदद से यह जानने की कोशिश कर रही है कि यह ई-मेल इनबॉक्स से कैसे डिलीट हुआ या स्पैम फोल्डर में गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने तय तारीख से 48 घंटे पहले अपना सीवी बीसीसीआई को ई-मेल के जरिए भेजा था, जो इनबॉक्स से गायब है। इस बारे में कुछ लोगों का कहना है कि यह मेल मिला ही नहीं, जबकि कुछ का कहना है कि यह डिलीट हो गया। कुछ इसके स्पैम के रूप में रिपोर्ट होने की बात कर रहे हैं। हालांकि, इस पूर्व क्रिकेटर के करीबियों का कहना है कि उन्होंने डेडलाइन से 2 दिन पहले ही आवेदन बोर्ड के आधिकारिक ई-मेल पर भेज दिया था। ऐसे में उनका आवेदन अमान्य हो जाएगा, यह संभव नहीं।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने यह ई-मेल 22 जनवरी को दोपहर 4.16 बजे भेजा था। आवेदन करने की आखिरी तारीख 24 जनवरी थी। इसका रिकॉर्ड उनके ई-मेल के सेंट बॉक्स में है। बीसीसीआई ने सिलेक्टर पद के दावेदारों के लिए अलग से नया ई-मेल आईडी बनाया था। इसी पर सारे 21 आवेदन आए। अब सवाल यह उठता है कि इस ई-मेल आईडी से कैसे एक आवेदन गायब हो सकता है, जबकि उन्होंने आधिकारिक लिंक के जरिए इसे भेजा था।
बीसीसीआई की टेक्निकल टीम जांच कर रही
बीसीसीआई अब पूर्व क्रिकेटर के ई-मेल को वापस हासिल करने की कोशिश कर रही। इसके लिए टेक्निकल टीम काम कर रही है। वह यह पता लगाने की भी कोशिश कर रही है कि क्या इस ई-मेल को जानबूझकर तो डिलीट नहीं किया गया या फिर स्पैम के रूप में ही यह मिला। बोर्ड सूत्रों के मुताबिक, यह छेड़छाड़ का मामला नजर आ रहा है। इसलिए इसकी गहराई से पड़ताल की जाएगी। जानकारी के मुताबिक शिवरामाकृष्णन को बुलाकर उनका ई-मेल अकाउंट की जांच की जा सकती है।
शिवरामाकृष्णन और अगरकर चीफ सिलेक्टर बनने की रेस में सबसे आगे
बीसीसीआई के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद और गगन खोड़ा का कार्यकाल पिछले महीने ही खत्म हुआ था। हालांकि, सीनियर सिलेक्शन कमेटी के बाकी तीन सदस्य सरनदीप सिंह, जतिन परांजपे और देवांग गांधी कमेटी में बने रहेंगे। इनका कार्यकाल 2020 के आखिर में खत्म होगा। चयन समिति में दो खाली पदों के लिए बोर्ड ने 18 जनवरी को आवेदन मंगाए थे। लक्ष्मण शिवरामाकृष्णन के अलावा पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज अजित अगरकर, चेतन शर्मा, नयन मोंगिया ने भी आवेदन किया है। शिवरामाकृष्णन ने भारत के लिए 9 टेस्ट और 16 वनडे खेले हैं।
सीनियर टीम का सेलेक्टर बनने के लिए कम से कम 7 टेस्ट का अनुभव जरूरी
बोर्ड ने भारतीय टीम का सिलेक्टर बनने के लिए जो शर्तें जारी की थीं, उसके मुताबिक वही खिलाड़ी इस पद पर रहेगा, जिसके पास कम से कम 7 टेस्ट या 30 प्रथम श्रेणी का अनुभव होगा। वे खिलाड़ी भी आवेदन कर सकेंगे, जो 10 वनडे और 20 प्रथम श्रेणी मैच खेलें हों। इसके अलावा आवेदक को संन्यास लिए कम से कम 5 साल हो चुके हों। राष्ट्रीय चयन समिति का सदस्य बनने वाले खिलाड़ी की उम्र को लेकर भी एक प्रावधान किया गया है। इसके मुताबिक उम्र 60 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।