- चार्टर्ड एकाउंटेंट से लेकर बीटेक की स्टूडेंट इनकम के लिए पार्ट टाइम मॉडलिंग करती हैं
- लग्जरी गाड़ियों के सामने 10-11 घंटे हाई हील पहन खड़ा रहकर मुस्कुराते रहना पड़ता है
Dainik Bhaskar
Feb 09, 2020, 09:02 AM IST
ऑटो एक्सपो से सौरभ कुमार की रिपोर्ट. ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में चल रहे ऑटो एक्सपो 2020 में करोड़ों की लग्जरी गाड़ियां शोकेस की गई हैं। इनके सामने खड़ी मॉडल रौनक को और बढ़ाती हैं। ऑटो एक्सपो में पहुंचने वाले विजिटर्स इन मुस्कुराती हुई मॉडल्स के साथ फोटो क्लिक कराते नजर आते हैं। देखकर लगता होगा कि खड़े रहकर बस मुस्कुराने की कितनी आसान जॉब होती है। इस जॉब के लिए सिर्फ खूबसूरती चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है। इस मॉडल्स की मुस्कुराहट के पीछे छिपा होती है खामोशी और संघर्ष। भास्कर ने ऐसी ही कुछ मॉडल से बातचीत की, जिन्होंने मुस्कुराते हुए चहरों के पीछे की कहानी बताई। बताया कि उन्हें दिन में 11 घंटे खड़े रहने के महज 3 से 4 हजार रुपए मिलते हैं।
- ठंड में शार्ट ड्रेस में खड़े होना बड़ी चुनौती
ऑटो एक्सपो के हुंडई के हॉल नंबर 3 में मॉडलिंग करने वाली मॉडल राधिका गोयल ने बताया कि ऑटो एक्सपो में करीब 10 से 11 घंटे खड़े रहना पड़ता है। इस बीच डेढ़, दो घंटे की शिफ्ट होती है। इस दौरान हर आने जाने वाले के साथ फोटो क्लिक करते हुए मुस्कुराना पड़ता है। इन मॉडल की मानें, तो दिल्ली-एनसीआर की फरवरी की ठंड में शार्ट ड्रेस में खड़ा रहना होता है, जो काफी चुनौती भरा होता है। राधिका ने बताया कि एक्सपो पहुंचने के लिए उन्हें सुबह 4 बजे उठना पड़ता है और फिर रात के 9 बजे तक घर पहुंचती हैं। हाई हील्स पहनकर 10 से 11 घंटे खड़े रहने की वजह से ऐड़ियां दुखने लगती हैं। इसकी वजह से रात में नींद तक नहीं आती है। वहीं लगातार मुस्कुराने की वजह से लगता है कि गाल खिंच गए हैं।
- कैसे होता है सिलेक्शन
मॉडल ने बातचीत में बताया कि उन्हें Crew4events की तरफ से मॉडलिंग के लिए सिलेक्ट किया जाता है। पिछले सात सालों से ऑटो एक्सपो के लिए मॉडल का सिलेक्शन क्रू4इवेंट्स के जरिए किया जाता है। इसके बाद जिस क्लाइंट के लिए मॉडलिंग करनी होती है, उस क्लाइंट की तरफ से दोबारा सिलेक्शन होता है। राधिका के मुताबिक, सिलेक्शन की प्रक्रिया काफी डिप्रेशन वाली होता है। कई मॉडल को जब उनके लुक्स की वजह से रिजेक्ट कर दिया जाता है, तो वे डिप्रेशन तक में चली जाती हैं।
- कितनी होती है कमाई
राधिका ने बताया कि पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हूं, लेकिन फैशन की दुनिया उन्हें आकर्षित करती थी। इसलिए मॉडलिंग की दुनिया में आने के बारे में सोचा, लेकिन फैशन की दुनिया में आने के बाद इसकी चुनौतियों से रुबरू होना पड़ा। फैशन इंडस्ट्री में घरेलू मॉडल को विदेशी मॉडल के मुकाबले आधे पैसे मिलते हैं। विदेशी मॉडल को एक दिन के करीब 14 से 15 हजार रुपए मिलते हैं, जबकि घरेलू 5 से 7 साल एक्सपीरिएंस वाली मॉडल को 7 हजार रुपए तक मिलते हैं। वहीं नई मॉडल को 3 हजार तक मिलते हैं। वहीं काम मिलने को लेकर काफी दुविधा रहती है। जब कोई बड़ा इवेंट होता है, तब ही काम मिलता है वरना खर्च निकालना भी मुश्किल हो जाता है। वहीं विदेशी मॉडल की आने की वजह से इस फील्ड में कॉम्पटीशन बढ़ गया है। राधिका के मुताबिक 5 फुट 2 इंज से कम हाइट वाली मॉडल को रैंप पर चलने का मौका नहीं दिया जाता है, जबकि विदेशी मॉडल के आमतौर पर इससे ज्यादा ही हाइट होती है।
- मॉडलिंग का पैमाना क्या है
- उम्र– 18 से ज्यादा होनी चाहिए
- हाइट– लड़की की हाइट 5 फुट 8 इंच और लड़कियों के लिए 5 फुट 2 इंच होनी चाहिए
- अपीयरेंस – खूबसूरत पर्सनैलिटी, स्लिम बॉडी
- भाषा – अच्छी हिंदी और अंग्रेजी
- ब्रांड के बारे में अच्छी जानकारी
- क्या सुविधाएं मिलती हैं
- ट्रैवल और खाने का खर्च
- ड्रेस
- फुट वियर
- एसेसरीज
- एक पहलू ऐसा भी: 2016 की ऑटो एक्सपो की बोलती तस्वीर