Dainik Bhaskar
Jan 19, 2020, 10:09 AM IST
गैजेट डेस्क. बहुत से ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर छोटे से लेकर मध्यम आकार के बिजनेसेज के लिए ग्रो करने के अनेक मौके होते हैं। इन्हीं संभावनाओं के बीच इन साइट्स पर साइबर क्राइम्स व ऑनलाइन फ्रॉड्स भी काफी मात्रा में होते हैं। स्मॉल टु मिड साइज्ड एंटरप्राइजेज के पास इन वेबसाइट्स पर अकाउंट बनाने और पेमेंट स्वीकार करने के कई अवसर होते हैं। इनका सबसे बड़ा फायदा यह है कि दुनियाभर से बायर्स किसी भी समय आपसे सामान खरीद सकते हैं। ऐसे में अपने अकाउंट, कस्टमर्स और डेटा को सेफ रखने के लिए आप कुछ उपाय कर सकते हैं।
एचटीटीपीएस व एसएसएल का इस्तेमाल करें
यह एक तरह का ऑनलाइन प्रोटोकॉल है जो इंटरनेट पर होने वाले कम्युनिकेशंस को सिक्योर करता है। ग्रीन लॉक आइकन के माध्यम से यह दर्शाता है कि आप जो वेबसाइट काम ले रहे हैं, वह ऑथेंटिक है या नहीं। इसका अर्थ है कि जिस वेबसाइट के साथ यह मार्क है, वह सेफ वेबसाइट है। इसके लिए बिजनेसेज को एक सिक्योर सॉकेट लेयर सर्टिफिकेट लेना होता है।
सिक्योर प्लेटफॉर्म्स ही चुनें
एनक्रिप्टेड पेमेंट गेटवेज, एसएसएल सर्टिफिकेट्स और सॉलिड ऑथेंटिकेशन प्रोटोकॉल्स वाले प्लेटफॉर्म्स को ही चुनें। क्लाउड बेस्ड सिक्योरिटी प्लेटफॉर्म्स को चुनना भी समझदारी होगी।
स्टोर न करें सेंसिटिव डेटा
कस्टमर का पर्सनल डेटा व उनकी प्राइवेसी को मेंटेन करना आपकी जिम्मेदारी होने के साथ ही आपके बिजनेस का एक हिस्सा होता है। अत: कस्टमर से जुड़े किसी भी सेंसिटिव डेटा को स्टोर न करें। डेटा को हैकिंग, फिशिंग व सायबर अटैक्स से बचाएं।