चंडीगढ ,सुनीता शास्त्री। एसएस जैन सभा चण्डीगढ़ द्वारा जैन भागवती दीक्षा महामहोत्सव का आयोजन सेक्टर 18 स्थित जैन स्थानक में 15 जनवरी को आयोजित किया जायेगा। यह आयोजन महाश्रमण सतीश मुनि, सेवा शिरोमणि अलोक मुनि, लोक मान्य जैन संत अनुपम मुनि एवं मधुर वक्ता रचित मुनि जी के सान्निध्य में आयोजित किया जायेगा जिसमें दो वैरागियों मुमुक्षु हिमांशु जैन एवं मुमुक्षु रजत जैन को विधि विधान के साथ दीक्षा दी जायेगी।जैन स्थानक में आयोजित एक प्रैस वार्ता के दौरान जानकारी देते हुए एसएस जैन सभा के प्रधान मुकेश जैन व महासचिव सुरेशचंद जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि दोनों वैरागी मुमुक्षु हिमांशु जैन एवं मुमुक्षु रजत जैन जैन धर्म के मार्ग पर अग्रसर हैं और दीक्षा के बाद मुनि की उपाधि प्राप्त करेंगे। मुमुक्षु हिमांशु जैन, उत्तर प्रदेश के जिला मेरठ से हैं और पिछले 14 महीनों से वैराग्य जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उनकी प्रेरिका गुरूणी गौरव बाल बह्मचारिणी महासाध्वी प्रियंका जी महाराज है। उनकी धार्मिक शिक्षा प्रतिक्रमण, पच्चीस बोल, नौतत्व, दशैवकालिक, भक्तामर है। महामहोत्सव के दौरान वैरागी मुमुक्ष हिमांशु जैन अपनी दीक्षा उपरांत गुरूदेव परमसेवाभावी आलोक मुनि जी महाराज के शिष्य बन जायेंगे।वहीं दूसरी ओर मुमुक्षु रजत जैन झारखंड से हैं और पिछले 4 वर्षो से वैराग्य जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उनकी प्रेरिका गुरूणी तप चन्द्रिका महासाध्वी मंजू जी महाराज प्रवचन प्रभाविका महासाध्वी उपासना जी महाराज हैं। उनकी धार्मिक शिक्षा प्रतिक्रमण, पच्चीस बोल, नौतत्व, दशैवकालिक, भक्तामर है। महामहोत्सव के दौरान वैरागी मुमुक्ष रजत जैन अपनी दीक्षा उपरांत गुरूदेव मधुवक्ता रचित मुनि जी महाराज के शिष्य बन जायेंगे। इस पावन अवसर पर चमत्कारी गुरु प्रेम सुख बगिया एवं श्रमण संघ संत समाज से लगभग 35 साधु-साध्वियां अपना आशीर्वाद देने के लिए चण्डीगढ़ में पधारे हैं। इस अवसर पर सभा के महासचिव सुरेशचंद जैन ने जैन भागवती दीक्षा महामहोत्सव के अंतर्गत कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि महामहोत्सव के एक दिन पूर्व 14 जनवरी को दोपहर 2:30 बजे मेहंदी रस्म का आयोजन विधि विधान के साथ किया जायेगा। उन्होंने बताया कि शाम 6 बजे भक्ति संगीत एवं जैन धर्म से संबंधित लधु नाटिका का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि 15 जनवरी को सुबह 9 बजे भव्य शोभा रथ यात्रा का आयोजन किया जायेगा। जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से भारी संख्या में जैन समाज के श्रद्धालु उपस्थित होगें। बैंड बाजों के साथ भव्य शोभा रथ यात्रा श्री आत्मानंद सभा, सेक्टर 28 से आरंम्भ की जायेगी जो कि विभिन्न सेक्टरों से गुजरती हुए सेक्टर 18 स्थित जैन स्थानक में पहुंचेगी जहां पर चतुविंध संघ की पावन उपस्थिति में दीक्षा पाठ विधि पूर्वक के साथ किया जायेगा। इस अवसर पर अनुपम मुनि जी ने बताया कि जैन भागवती दीक्षा महामहोत्सव इसलिए मनाया जाता है क्योंकि जैन परम्परा में और समाजिक दृष्टि से दीक्षार्थी की मान्यता गवाही और पहचान हो, इसलिए दीक्षा के पावन प्रसंग पर सभी की गवाही के लिए मुमुक्षु को दीक्षा मंत्र, पोशाक एवं पात्र, मुख वस्त्रिका व रजोहरण आदि देकर एक पहचान पत्र दिया जाता है, यह वस्तुए लेकर व पहनकर मुमुक्षु अपनी धार्मिक यात्रा को प्रारम्भ करता है इसलिए दीक्षा को महामहोत्सव का रूप दिया जाता है। उन्होंने बताया कि जहां भी जैन संत जाते हैं तो वह सफेद ही वस्त्र पहने हुए होते है, जो कि शांति, सकून एवं अहिंसा का प्रतीक है जो श्वेताम्बर स्थानकवासी 22 पंथ की परम्परा से जानी जाती है
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