- भारत ने नवंबर में खेले गए अपने पहले डे-नाइट टेस्ट में बांग्लादेश को पारी और 46 रन से हराया था
- विराट कोहली ने कहा- सफेद, लाल या पिंक कैसी भी गेंद हो, भारतीय टीम हर फॉर्मेट में बेहतर खेल सकती है
Dainik Bhaskar
Jan 14, 2020, 09:07 AM IST
खेल डेस्क. भारतीय टीम साल के आखिर में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर डे-नाइट टेस्ट खेल सकती है। इसको लेकर बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह ने सोमवार को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के अधिकारियों से मुलाकात की। वहीं, भारतीय कप्तान विराट कोहली ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हम डे-नाइट टेस्ट खेलने और किसी भी चुनौती के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम गाबा हो या पर्थ, कहीं भी खेल सकती है।
भारत ने अपना पहला डे-नाइट टेस्ट नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था। टीम इंडिया ने यह मैच पारी और 46 रन से जीता था। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने अब तक अपने सभी 7 डे-नाइट में जीत दर्ज की है।
चार दिन के टेस्ट पर भी चर्चा
गांगुली के साथ औपचारिक बैठक में न्यूजीलैंड और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के अधिकारी भी शामिल थे। भारत का न्यूजीलैंड के साथ भी एक डे-नाइट टेस्ट का प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन इस पर सहमति नहीं बन सकी। सूत्रों के मुताबिक, ईसीबी अधिकारियों ने बैठक में चार दिन के टेस्ट पर भी चर्चा की थी। हालांकि, अब तक क्रिकेट दिग्गजों ने इस फॉर्मेट को नकारा है।
‘हम डे-नाइट टेस्ट खेलने और किसी भी चुनौती के लिए तैयार’
कोहली ने कहा कि भारतीय टीम में दुनिया में कहीं भी किसी भी टीम से मुकाबला करने की क्षमता है। हमारी टीम किसी भी फॉर्मेट में बेहतर खेल सकती है। चाहे वह सफेद गेंद हो, लाल गेंद हो या पिंक गेंद। भारतीय कप्तान ने डे-नाइट टेस्ट के बारे में कहा, ‘‘हमने भारत में डे-नाइट टेस्ट खेला है। यह जिस तरह हुआ, उससे हम खुश हैं। यह किसी भी टेस्ट सीरीज की एक खास खूबी बन गया है। हम डे-नाइट टेस्ट खेलने और किसी भी चुनौती के लिए तैयार है।’’