मोहाली | धुंध में कम विजिबिलिटी के कारण वाहन चालक आगे कुछ देख नहीं पाते। कोहरे में ड्राइवर सिर्फ अंदाजे से ही चलता है। ऐसे में यदि सड़क किनारे कोई गाड़ी खड़ी तो हादसा होने का खतरा बढ़ जाता है। पिछले दो दिनों में ही मोहाली जिले में दो बड़े सड़क हादसों में तीन लोगों की जान जा चुकी है। ‘तंदरूस्त पंजाब मिशन’ के डायरेक्टर और सीनियर आईएएस ऑफिसर काहन सिंह पन्नू ने पंजाब के सभी डीसी के लिए एडवाइजरी जारी की थी। सबसे ज्यादा जोर नेशनल हाईवे पर दिया गया था कि रोड किनारे व्हीकल पार्क न हों। लेकिन इस एडवाइजरी का मोहाली प्रशासन पर कोई असर नहीं हो रहा है।
जीरकपुर से पटियाला रोड हो या नेशनल हाईवे-21 (बलौंगी बैरियर से खरड़) की तरफ जाने वाले रोड पर दोनों किनारों गाड़ियां पार्क की गई थीं। आसपास कई फ्रूटस की रेहड़ियां लगाई हुई हैं, जिनसे कुछ खरीदने के लिए वाहन चालक रुक जाते हैं। इससे न केवल रास्ता अवरुद्ध होता है, बल्कि पीछे से आने वाले तेज रफ्तार वाहन चालक के साथ टक्कर होने का खतना भी बना रहता है।
सड़क पर बैठे हैं मैकेनिक…
बलौंगी बैरियर से खरड़ की ओर जाने वाले रोड की बात करें तो यहां पर सड़क के दोनों तरफ मैकेनिकों ने दुकानें खाेली हुई हैं। क्योंकि एलिवेटेड ब्रिज मार्ग की स्लिप रोड बनने का काम चल रहा है। मैकनिक सड़क किनारे ही वाहनों को पार्क कर उन्हें ठीक करने का काम करते हैं। यहां लाइनों में गाड़ियां खड़ी रहती हैं।
जीरकपुर-पटियाला रोड की सर्विस लेन पर ट्रक पार्क किए जा रहे हैं। -फोटो
सड़क के दोनों तरफ चाहे रेहड़ी-फड़ियां हों या किसी मैकेनिकों ने गाड़ियां पार्क करवाई हों, उन सब को निर्देश देकर वहां से हटवा दिया जाएगा। ताकि धुंध के कारण कोई हादसा न हो सके। -मनफूल सिंह, एसएचओ बलौंगी पुलिस स्टेशन