- सभी मुलाजिमों को चंडीगढ़ मुख्यालय में लगानी होगी हाजिरी
Dainik Bhaskar
Nov 29, 2019, 08:27 AM IST
चंडीगढ़. पंजाब जेलों में बंद कैदियों द्वारा सोशल मीडिया पर विडियो अपलोड करने के मामले में 5 अधिकारियों पर गाज गिरी है। विभाग ने सूबे की चार जेलों के दो सुपरिंटेंडेंट, एक डिप्टी सुपरिंटेंडेंट, एक सहायक सुपरिंटेंडेंट और एक हैड वार्डन को सस्पेंड कर दिया है।
विभाग के प्रमुख सचिव आर. वेंकटरत्नम द्वारा जारी आदेश में कहा है कि इन जेलों में कैदियों द्वारा मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए सोशल मीडिया पर कई तरह के वीडियो अपलोड किए जाने के मामले सामने आए थे। पंजाब सरकार ने जिसकी जांच आईपीएस अधिकारी कुंवर विजय प्रताप को सौंपी थी। कुवंर विजय प्रताप की रिपोर्ट के बाद जेल विभाग ने यह कार्यवाही की है।
यह आदेश तुरंत प्रभाव से लागू हो गए हैं और सस्पेंड किए गए सभी मुलाजिमों का मुख्यालय चंडीगढ़ स्थित एडीशनल डायरेक्टर जनरल आफ जेल कार्यालय में नियमित तौर पर इन मुलाजिमों को हाजिरी देनी होगी। जारी पत्र में कहा गया है कि जिला जेल संगरूर में 12 अक्तूबर, 2018 को कैदियों द्वारा मोबाइल फोन के जरिए सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल की गई थी। इस संबंध में सरकार की ओर से आईजी ओसीसीयू/इंटेलिजेंस को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया था।
ये हुए हैं सस्पेंड
प्रमुख सचिव ने संगरूर, रोपड़, मालेरकोटला और नाभा जेलों में यह कार्रवाई की है। इसके तहत, संगरूर जिला जेल के सुपरिंटेंडेंट इकबाल सिंह बराड़, रोपड़ जिला जेल के सुपरिंटेंडेंट अमरीक सिंह, मालेरकोटला सब-जेल के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट प्रदुमन सिंह, नाभा जेल के सहायक सुपरिंटेंडेंट जगतार सिंह और हैड वार्डन जसमिंदर सिंह को सस्पेंड किया गया है।