- भारत-बांग्लादेश के बीच शुक्रवार से शुरू हुआ पहला पिंक बॉल टेस्ट
- कोहली-पुजारा की फिफ्टी, भारत का स्कोर 174/3( पहली पारी)
- बांग्लादेश की पूरी टीम पहली पारी में 106 पर ऑलआउट
- इशांत ने करियर में 10वीं बार पारी में 5 विकेट लिए
Dainik Bhaskar
Nov 23, 2019, 08:59 AM IST
कोलकाता. जैसा कहा जा रहा था कि गुलाबी गेंद से फायदा तेज गेंदबाजों को मिलेगा। इशांत, उमेश, शमी के सामने बांग्लादेश के बल्लेबाज टिक नहीं पाए। पूरी टीम सिर्फ 106 रन पर ढेर हो गई। यह भारत में विदेशी टीम का पहले बैटिंग करते हुए पहली पारी में सबसे कम स्कोर है। यह भारत में उसका सबसे छोटा स्कोर है। उसके सभी 10 विकेट तेज गेंदबाजों ने लिए।
इशांत को 5, उमेश को 3 और शमी को 2 विकेट मिले। भारत ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक 3 विकेट पर 174 रन बनाकर 68 रन की बढ़त ले ली थी। तीनों विकेट तेज गेंदबाजों को मिले। गुलाबी गेंद के टेस्ट में दूसरी बार पहले दिन के सभी 13 विकेट तेज गेंदबाजों के खाते में गए। पिछले साल मार्च में न्यूजीलैंड-इंग्लैंड मैच में ऐसा हुआ था। कोहली (59*) और पुजारा (55) ने फिफ्टी बनाई।
टेस्ट में दूसरी बार भारत ने पहले गेंदबाजी करते हुए पहले दिन ही बढ़त ले ली है। इससे पहले, 2005 में जिम्बाब्वे को पहले दिन 161 पर समेटने के बाद 195/1 स्कोर बनाया था। भारत इस मैच के बाद घरेलू मैदान पर अगला टेस्ट फरवरी 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ खेलेगा।
पहली बार एक मैच में 2 कनकशन
मैच में बांग्लादेश के दो खिलाड़ियों को कनकशन (सिर पर गेंद से लगी चोट) हुआ। लिटन दास की जगह मेहदी हसन और नईम हसन की जगह ताईजुल इस्लाम खेलने उतरे।
टेस्ट क्रिकेट में 5 कनकशन
स्टीव स्मिथ की जगह लबुचाने, लॉर्ड्स
डैरेन ब्रावो की जगह ब्लेकवुड, किंग्स्टन
डीन एल्गर की जगह थेनिस डी ब्रुएन, रांची
लिटन की जगह मेहदी हसन, कोलकाता
नईम हसन की जगह ताईजुल, कोलकाता
अलग-अलग गेंदों से पहली बार 5 विकेट लेने वाले भारतीय
लाल गेंद- मोहम्मद निसार vs इंग्लैंड, लाॅर्ड्स में (1932)
सफेद गेंद- रवि शास्त्री vs ऑस्ट्रेलिया, पर्थ में (1991)
गुलाबी गेंद- इशांत शर्मा vs बांग्लादेश, कोलकाता (2019)
भारतीय लीजेंड्स ने साझा की 2001 के ऐतिहासिक टेस्ट की यादें
लंच के दौरान भारत के लीजेंड्स सचिन, लक्ष्मण, हरभजन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2001 में ईडन पर खेले गए टेस्ट मैच को याद किया। तब लक्ष्मण-द्रविड़ ने 376 रन की साझेदारी की थी, हरभजन ने हैट्रिक सहित 13 विकेट लिए थे। गांगुली की कप्तानी में भारत ने मैच 171 रन से जीता था। सचिन ने कहा कि उस मैच के बाद भारतीय टीम के ड्रेसिंग रूम में नया दौर शुरू हुआ था। उस मैच में कुंबले नहीं थे। हालांकि, यहां वे भी मौजूद थे।
घरेलू मैदान पर चौथी बार सभी विकेट हमारे तेज गेंदबाजों को
vs वेन्यू साल
इंग्लैंड मुंबई 1981
वेस्टइंडीज अहमदाबाद 1983
श्रीलंका कोलकाता 2017
बांग्लादेश कोलकाता 2019