स्थानीय शिवाला मंदिर में श्रीश्री 1008 ब्रह्मलीन सिद्ध स्वामी प्रकाश पुरी जी महाराज की 65वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में शिव शक्ति योग मिशन ने श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के अंतिम दिन अाचार्य महामंडलेश्वर स्वामी आत्मानंद पुरी जी के नेतृत्व में कई वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार स्थानीय श्री गोपाल कृष्ण गौशाला में गऊओं को जलेबियां तथा सवामणि भेंट की। इस मौके पर स्वामी जी ने कहा कि पौराणिक शास्त्रों के अनुसार गाय हमारी माता है उसकी महिमा बड़ी निराली है गाेमाता की सेवा से बढ़कर कोई महान पुण्य नहीं है। गाय की देह में समस्त देवी-देवताओं का वास है, अतः यह सर्वदेवमयी है। स्वामी जी ने कहा कि गाय के गोबर में लक्ष्मी, चरणों में देवता, रंभाने में प्रजापति, थनों में समुद्र बसते हैं। पद पुराण के अनुसार गोमुख में चारों वेदों, सिंगो में शंकर व विष्णु, उधर में कार्तिकेय, मस्तिष्क में ब्रह्मा, ललाट में रुद्र, नेत्रों में सूर्य व चंद्र, आदि तेतीस कोटि देवी देवता विराजमान है। कथा समापन पर मंदिर के प्रांगण में वैदिक मंत्रोच्चारण द्वारा हवन यज्ञ आयोजित हुआ जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं द्वारा पूर्णाहुति डाली गई। तत्पश्चात ब्रह्मभोज उपरांत अटूट भंडारा वितरित किया गया। इस मौके पर ओम प्रकाश पुरी, पुरुषोत्तम शर्मा तहसीलदार, जनकराज झांब, विजय धवन, सुखविंदर कंडा, अनिल कालिया, अशोक पलता, किरण गौड़ जिला सचिव भाजपा, राजेंद्र डेनवाल, सुंदरम सूद, अश्वनी गौड़, गुलशन शर्मा, वेद प्रकाश भटेजा, राजू झट्टा, विनीत कालड़ा, जुगल किशोर, बलवंत चौधरी, रविंदर पप्पू, मदन लाल शर्मा, गगन शर्मा, कुलजीत शर्मा, सतीश मोहन देवगन, वीरभान, सुदेश शर्मा उपस्थित थे।
शिव शक्ति योग मिशन केे श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का अंतिम दिन
गायों को सवामणि का प्रसाद खिलाते स्वामी आत्मानंद पुरी व अन्य।