ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से हथियार मंगवाने वाले खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेडएफ) के सभी सदस्यों का काम बंटा हुआ था। आईएसआई और केजेडएफ के रणजीत सिंह उर्फ नीटा ने हर किसी का काम फिक्स कर रखा था। आकाशदीप और शुभदीप का काम पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए आने वाले हथियारों को रिसीव करना, क्रैश हो चुके ड्रोन को ठिकाने लगाना और हथियारों को बाकी साथियों तक पहुंचाना था। इन हथियारों को आगे ठिकाने लगाने का काम बलवंत सिंह उर्फ बाबा निहंग, हरभजन सिंह और बलबीर सिंह करते थे।
इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका आकाशदीप महज नौंवी पास है मगर वह मोबाइल चलाने का मास्टर है। हथियार लेकर आने वाले ड्रोन को कहां उतारना है? इसकी लोकेशन आकाशदीप ही नीटा को भेजता था। हथियार उतरने के बाद वही ड्रोन को छिपाता और हथियार बाकी साथियों तक पहुंचाता था। उसके बाद बलवंत सिंह, हरभजन और बलबीर इन हथियारों को ठिकाने लगाने का काम करते थे।
मान सिंह को लेकर फताहपुर जेल पहुंची टीम, कैदियों-हवालातियों से पूछताछ
इसी केस में प्रोडक्शन वारंट पर लिए गए मान सिंह को लेकर एसएसओसी टीम शनिवार को फताहपुर सेंट्रल जेल पहुंची। एसएसओसी के अधिकारी जेल सुपरिंटेंडेंट को साथ लेकर उन सभी बैरकों व चक्कियों में गए, जहां-जहां मान सिंह बंद रहा था। इस दौरान उन सभी हवालातियों और कैदियों से पूछताछ की गई जो कभी न कभी मान सिंह के साथ बंद रहे थे। इन हवालातियों और कैदियों की डिटेल टीम साथ ले गई। गौरतलब है कि मान सिंह और आकाशदीप की पहली मुलाकात इसी जेल में हुई थी। बलवंत सिंह ने जेल में रहते हुए मान सिंह और आकाशदीप को एक-दूसरे से मिलवाया था। दरअसल मान सिंह जेल में रहकर केजेडएफ का मॉड्यूल चला रहा था। वह जेल से ही जर्मनी में डॉक्टर गुुरमीत बग्गा और पाकिस्तान में बैठे रणजीत सिंह उर्फ नीटा से बात करता था। एसएसओसी और काउंटर इंटेलिजेंस के अिधकारी उस लिंक को ढूंढने में लगे हैं, जिनके जरिए मान सिंह विदेश में बातचीत करता था। हो सकता है जेल का कोई कर्मचारी उसकी मदद करता हो। इस एंगल पर जांच चल रही है और अगर किसी जेलकर्मी का हाथ सामने आया तो उस पर भी कार्रवाई होगी।
सीमावर्ती गांवों में बलवंत सिंह के कनेक्शन खंगालने पर भी फोकस
ड्रोन के जरिये पाकिस्तान से हथियार मंगवाने से जुड़े मामले में जांच बाबा बलवंत सिंह के इर्दगिर्द घूम रही है। उसके कनेक्शन और पंजाब में सक्रिय स्लीपर सैल का पता लगाने के लिए उसके डेरे को खंगाला जा चुका है। इस मामले में चोहला साहिब से खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेडएफ) के 4 आतंकियों बलवंत सिंह उर्फ बाबा निहंग, अर्शदीप सिंह उर्फ आकाश रंधावा, हरभजन सिंह और बलबीर सिंह को गिरफ्तार किया जा चुका है। इन चारों को इकट्ठा करने वाला बलवंत सिंह तरनतारन के मोहनपुरा वडिग गांव का रहने वाला है। बलवंत का एक डेरा टांडा में भी है। वह तरनतारन के एक डेरे के संपर्क में भी था। वह पाकिस्तान से आने वाले हथियारों को खेमकरण, नारली, आसल उताड़, काले सक्तरा जैसे सरहदी गांवों में स्थित अपने ठिकानों में रखता था। ऐसे में तरनतारन पुलिस उन सभी सीमावर्ती डेरों और धार्मिक स्थलों की जांच कर रही है, जहां बलवंत सिंह का आना-जाना था। चोहला साहिब थाने की प्रभारी सब इंस्पेक्टर सोमनमदीप कौर के अनुसार, बलवंत सिंह के बारे में सारी रिपोर्ट बनाकर एसएसओसी को भेजी जा रही है।
बलवंत सिंह के घर में जांच करती तरनतारन पुलिस।
ड्रोन के जरिये पाकिस्तान से हथियार मंगवाने से जुड़े मामले में जांच बाबा बलवंत सिंह के इर्दगिर्द घूम रही है। उसके कनेक्शन और पंजाब में सक्रिय स्लीपर सैल का पता लगाने के लिए उसके डेरे को खंगाला जा चुका है। इस मामले में चोहला साहिब से खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेडएफ) के 4 आतंकियों बलवंत सिंह उर्फ बाबा निहंग, अर्शदीप सिंह उर्फ आकाश रंधावा, हरभजन सिंह और बलबीर सिंह को गिरफ्तार किया जा चुका है। इन चारों को इकट्ठा करने वाला बलवंत सिंह तरनतारन के मोहनपुरा वडिग गांव का रहने वाला है। बलवंत का एक डेरा टांडा में भी है। वह तरनतारन के एक डेरे के संपर्क में भी था। वह पाकिस्तान से आने वाले हथियारों को खेमकरण, नारली, आसल उताड़, काले सक्तरा जैसे सरहदी गांवों में स्थित अपने ठिकानों में रखता था। ऐसे में तरनतारन पुलिस उन सभी सीमावर्ती डेरों और धार्मिक स्थलों की जांच कर रही है, जहां बलवंत सिंह का आना-जाना था। चोहला साहिब थाने की प्रभारी सब इंस्पेक्टर सोमनमदीप कौर के अनुसार, बलवंत सिंह के बारे में सारी रिपोर्ट बनाकर एसएसओसी को भेजी जा रही है।