नगर परिषद जीरकपुर ने अपनी बिल्डिंग की साफ-सफाई और रंग-रोगन का काम शुरू कर दिया है। अफसरों ने अपने कमरों को भी चमका दिया है। लेकिन जिस शहर को व्यवस्थित तरीके से डेवलप करने का काम करना चाहिए, उसकी तरफ से नजरें फेर रखी हैं। शहर की जनता बिगड़ते माहौल से हताशा में है।
एन्क्रोचमेंट रोजाना बढ़ रहा है। बुधवार को पटियाला रोड पर 20 रेहड़ियां लगी थी। वीरवार को इनकी संख्या बढ़कर 30 हो गई। रोजाना इसी अनुपात से रेहड़ी-फड़ियां बढ़ रही हैं। कई शिकायतें करने के बाद भी अफसरों की खुमारी नहीं टूट रही है।
रेहड़ियां लगाने के लिए उलझ रहे आपस में : एमसी की ओर से अवैध रेहड़ी-फड़ियों पर किसी प्रकार की कार्रवाई न होने से बेखौफ रेहड़ी-फड़ी वाले इतने उग्र हो रहे हैं कि ये सड़क की जगह पर कब्जा करने के लिए आपस में उलझ रहे हैं। कई बार तो आपस में हाथापाई पर भी उतारू हो रहे हैं। ऐसे में तंग सड़कों पर मुश्किल से चल रही पब्लिक न चाहकर भी इनकी लड़ाई देखने और उनकी गाली-गलौज सुनने को मजबूर है। जीरकपुर नगर परिषद एन्क्रोचमेंट हटाने में पूरी तरह से विफल है।
लापरवाही : एन्क्रोचमेंट की वजह से खो गई यहां की सड़कें
इन सड़कों पर बढ़ रही है संख्या…जीरकपुर की चंडीगढ़-अंबाला रोड पर फुटपाथ और सर्विस रोड पर रेहड़ियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसके चलते ट्रैफिक में रुकावट पैदा होती है। आए दिन एक-एक घंटे तक यहां जाम भी लग जाता है। वीरवार को यहां कुछ और रेहड़ियां आ गईं। लोगों का कहना है कि यहां रेहड़ियांे की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इससे पैदल चलने वालों को भी काफी परेशानी होती है। इसी तरह चंडीगढ़-अंबाला रोड, जीरकपुर के वीआईपी रोड, बलटाना की फर्नीचर मार्केट और मेन मार्केट में भी एन्क्रोचमेंट की वजह से बुरा हाल है। अगर इस पर अफसरों ने ध्यान नहीं दिया तो आने वाले समय में यह स्थिति और खराब हो जाएगी। स्थानीय लोगों ने कहा कि यदि अधिकारी इस समस्या को गंभीरता से नहीं लेते हैं तो दिक्कत आैर बढ़ेगी।