गुरु नानक देव सेवा दल की ओर से प्रधान कुलवंत सिंह कलकत्ता की अगुवाई में गुरु ग्रंथ साहिब जी के प्रकाश पर्व सबंधी स्थानीय गुरुद्वारा शाही समाधां में तीन दिवसीय गुरमति समागम करवाए गए। सरपरस्त भाई प्यारा सिंह, जगरूप सिंह जग्गी, ज्ञानी हरदियाल सिंह व सुरिंदरपाल सिंह सिदकी ने जानकारी देते हुए बताया कि समागम के दौरान गुरजिंदर सिंह हजूरी रागी दरबार साहिब अमृतसर, भाई अवतार सिंह मस्तुआना साहिब के रागी जत्थो ने कीर्तन किया। जबकि बीबी दलेर कौर खालसा लुधियाना वालों के ढाडी जत्थे ने बीर रसी वारा और गुर इतिहास सुनाकर निहाल किया। ज्ञानी सुखदेव सिंह दलेर ने गुरमति विचार सांझे किए। संत बाबा बलजीत सिंह फक्कर व बाबा गुरजंट सिंह ने रूहानी दीवान सजाएष अंतिम समागम के दौरान प्रसिद्ध कथा वाचर ज्ञानी मान सिंह ने गुरबानी कथा व्यास करते हुए संगतो को गुरू ग्रंथ साहिब जी के साथ जुडने के लिए प्रेरित किया। भाई लाभ सिंह, प्रभजीत सिंह व सिमरन कौर ने कविताएं पेश की। इस मौके पर बीबी हरविंदर कौर, जसविंदर सिंह, बाबा सुखदेव सिंह, बाबा हरबेअंत सिंह, बाबा सुरजीत सिंह, जत्थेदार जोगा सिंह, भाई मंगा सिंह, भाई हरदीप सिंह, भूपिंदर सिंह जोशी, लाभ सिंह, रणजीत सिंह, सतपाल सिंह, कर्मजीत सिंह, हरप्रीत सिंह, धर्म सिंह, रोशन लाल, बलवंत सिंह, परमजीत सिंह, राजविंदर सिंह लक्की, दलवीर सिंह आदि उपस्थित थे।
संगरूर के गुरुद्वारा साहिब शाही समाधों में समागम के दौरान अरदास में शामिल श्रद्धालु।