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Posted by Surinder Verma on Tuesday, June 23, 2020

16 साल के कामाविंगा का 10 मैच में एक भी गोल नहीं; फिर भी उन्हें अगला रोनाल्डो कहा जा रहा है

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  • एडुआर्डो कामाविंगा के खेल की बदौलत रेनेस क्लब ने मजबूत क्लब पीएसजी को 2-1 से हराया 
  • गलियों में फुटबॉल खेलते हुए नजरों में आए थे कामाविंगा, उनके पैरों से बॉल ले पाना मुश्किल होता है  
  • अंगोला के आंतरिक इलाके मिकोंगे में पैदा हुए कामाविंगा, उन्हें लेने की कोशिश यूनाइटेड सिटी क्लब ने की है 

Dainik Bhaskar

Aug 21, 2019, 09:34 AM IST

पेरिस. एडुआर्डो कामाविंगा 16 साल के हैं। वह क्लब-रेनेस के लिए खेलते हैं, उनके पास अभी सिर्फ 10 मैच का अनुभव है। उन्होंने इन मैचों में एक भी गोल नहीं किया। फिर भी कोई फुटबॉल एक्सपर्ट उन्हें अगला रोनाल्डो बता रहा है, तो कोई अगला मेसी और एमबापे का समकक्ष। ये कामाविंगा के खेल का करिश्मा है। रेनेस और पीएसजी के मैच के बाद से कामाविंगा का नाम काफी सुर्खियों में है। कामाविंगा के खेल की बदौलत रेनेस ने अपने से कहीं ज्यादा मजबूत क्लब पीएसजी को 2-1 से हरा दिया।

कामाविंगा ने दोनों गोल में असिस्ट किया, वो भी बेहद शानदार तरीके से। डिफेंसिव मिडफील्डर की पोजीशन पर खेलने वाले कामाविंगा जब मैदान पर थे तो कमेंटेटर कह रहे थे कि इस युवा खिलाड़ी के पैर से बॉल को दूर कर पाना ही बेहद मुश्किल साबित हो रहा है।

अप्रैल-2019 में ही रेनेस की ओर से प्रोफेशनल डेब्यू किया

  1. कामाविंगा 6 साल से रेनेस क्लब की ओर से ट्रेनिंग ले रहे हैं। उन्हें पहला प्रोफेशनल कॉन्ट्रैक्ट भी रेनेस की तरफ से ही 2018 में मिला। उस वक्त 16 साल के कामाविंगा रेनेस क्लब की ओर से कॉन्ट्रैक्ट पाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने थे। अप्रैल-2019 में ही रेनेस की ओर से प्रोफेशनल डेब्यू किया।

  2. रेनेस के मैनेजर जूलियन स्टीफन कामाविंगा के बारे में बताते हैं, ‘देखने में वो दुबला-पतला है, लेकिन उसमें गजब की स्ट्रेंथ और स्टेमिना है। अभी हमने उसे डिफेंडर की हैसियत से खिलाने का फैसला किया है, लेकिन उसके खेल को देखकर लगता है कि जल्द ही हमें उसे फ्रंटलाइन में लाना पड़ेगा।’ 

  3. कामाविंगा अंगोला के इंटीरियर इलाके मिकोंगे में पैदा हुए। जब वे दो साल के थे, तभी परिवार फ्रांस आ गया। यहां वे फोगर्स नाम के गांव में रह रहे थे। 8-9 साल की उम्र में उन्हें गलियों में फुटबॉल खेलते हुए रेनेस के किसी खिलाड़ी ने देखा। 10 की उम्र में उन्हें रेनेस क्लब से जोड़ा गया और तब से वे इसी क्लब की तरफ से खेल रहे हैं।

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