शनिवार शाम से शुरू हुई बारिश ने रविवार की सुबह तक शहर की सड़कों को डुबो दिया। सुबह जब लोग उठे तो उनके घरों तक में पानी था। गली पानी से लबालब थी। गुलाब नगर के गुस्साए लोग रोड पर उतर आए, बाइपास पुल पर जाम लगा दिया। वहां पर मेयर और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनका आरोप था कि मेयर को वे सुबह से फोन कर रहे हैं। मेयर बाइपास में भरे पानी को देखने आए, लेकिन उनकी समस्या जानने नहीं पहुंचे। पुलिस जाम लगाने वालों को समझाती रही, लेकिन वे नहीं माने। बाद में मेयर को वापस आना पड़ा और लोग उन्हें घरों में घुसा पानी दिखाने गए। तब जाकर लोग शांत हुए। गुलाब नगर में नाले की दीवार टूटने से पानी घुस गया था। बारिश से शहर के पॉश एरिया से लेकर आउटर की कॉलोनियां तक जलमग्न हैं।
ये रोड हुए ब्लॉक|शहर का मुख्य रोड बाइपास चौक पर कई-कई फीट तक पानी था। जाे करीब पांच घंटे ब्लॉक रहा। कमानी चौक से कन्हैया चौक के बीच रोड कई घंटे ब्लॉक रहा। यहां पर बसें तक फंस गई। ससौली रोड पर कई-कई फीट तक पानी था। गोबिंदपुरी रोड पर भी ब्लॉक था। ये मुख्य रोड है। इसके अलावा शहर के पॉश एरिया से लेकर अन्य कॉलोनियां की गलियों में कई-कई फीट तक पानी था। लोगों के वाहन पानी में डूबे खड़े थे। उन्हें क्रेन या फिर रिकवरी वैन से निकालना पड़ा।
छछरौली में 284 एमएम सबसे ज्यादा और साढौरा में सबसे कम 90 एमएम बारिश हुई|सबसे ज्यादा बारिश छछरौली में 142 एमएम, जगाधरी में 86, बिलासपुर में 91, रादौर में 132, सरस्वतीनगर में 64 और साढौरा में सबसे कम 45 एमएम बारिश हुई है। बता दें यह सरकारी आंकड़ा 17 अगस्त रात आठ बजे से 18 अगस्त सुबह आठ बजे तक का है। 18 अगस्त को सुबह आठ बजे से दिनभर बारिश होती रही। अनुमान है कि जगाधरी में 180 एमएम, छछरौली में 284, बिलासपुर में 190, साढौरा में 90, सरस्वतीनगर में 158, रादौर 268 एमएम बारिश हुई।
गुलाब नगर में जलभराव
यमुनानगर | गुलाब नगर में घरों में पानी घुसने से गुस्साए लोगों ने रोड जाम कर दिया। मेयर मदन चौहान के आश्वासन पर जाम खोला।
जगाधरी वर्कशॉप|ससौली रोड स्थित अमरपुरी कॉलोनी में घरों में पानी घुस गया।
इस बार सेक्टर-17 में भी पानी घुसा
मॉडल टाउन, शक्ति नगर, टेगाैर गार्डन, सरोजनी कॉलोनी, प्रोफेसर कॉलोनी, ससौली रोड, आजाद नगर, गोबिंदपुरी, फव्वारा चौक, बस स्टैंड एरिया, जगाधरी सिविल लाइन, श्मशानघाट रोड, बूड़िया चौक, मटका चौक, झंडा चौक समेत अन्य कॉलोनियां में पानी भर गया। कई जगह पर कच्ची दीवारें गिर गई। गांव नंदगढ़ के स्कूल के हेड टीचर सतबीर सिंह ने बताया कि स्कूल की दीवार बरसात में गिर गई।