- सूत्रों के मुताबिक- भूपेंद्र सिंह हुड्डा नई पार्टी बनाने पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं, इसका नाम स्वाभिमान कांग्रेस या स्वराज कांग्रेस हो सकता है
- हुड्डा हरियाणा में पार्टी के नेतृत्व को लेकर भी नाराज हैं और उसमें बदलाव चाहते हैं, राकांपा में भी जाने की अटकलें
Dainik Bhaskar
Aug 18, 2019, 09:02 AM IST
पानीपत. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटाए जाने पर कांग्रेस के स्टैंड से नाराज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा रविवार को रोहतक में होने वाली परिवर्तन रैली में नई पार्टी बनाने की घोषणा कर सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार, वे पार्टी के स्टैंड के खिलाफ नई पार्टी बनाने पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं, जिसकी घोषणा रविवार को हो सकती है। उनकी नई पार्टी का नाम स्वाभिमान कांग्रेस या स्वराज कांग्रेस हो सकता है। इन दोनों नामों पर विचार चल रहा है। हालांकि कहा यह भी जा रहा है कि हुड्डा पार्टी के प्रदेश नेतृत्व को लेकर भी काफी नाराज हैं और उसमें बदलाव चाहते हैं। अपनी सभी स्थितियों से हुड्डा पार्टी आलाकमान को अवगत करा चुके हैं।
आज ये घोषणाएं कर सकते हैं
- सूत्रों के मुताबिक, हुड्डा घोषणा कर सकते हैं कि सरकार बनी तो वे कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र में बदलाव करेंगे।
- किसानों की फसल का बीमा प्रीमियम सरकार भरेगी।
- किसान ऋण के साथ ही छात्रों और युवा वर्ग के लिए बड़ी घोषणाएं कर सकते हैं।
आजाद ने हुड्डा को पार्टी में बने रहने को कहा
कांग्रेस के हुड्डा खेमे की कई दिन की राजनीतिक उठापटक के बीच रविवार काे राेहतक के मेला ग्राउंड में परिवर्तन महारैली हाेगी। रैली में हुड्डा के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में जाने के कयास लगाए जा रहे हैं। इस बीच शनिवार को कांग्रेस के हरियाणा प्रभारी गुलाम नबी आजाद से हुड्डा की मुलाकात से समीकरण अब बदलते नजर आ रहे हैं। दिल्ली में हुई बैठक में आजाद ने हुड्डा को पार्टी में ही बने रहने और इन अटकलों पर विराम लगाने को कहा है।
सूत्र बताते हैं कि आजाद ने हुड्डा को दो बार सीएम बनाने का वक्त याद दिलाते हुए उन्हें आश्वासन दिया कि पार्टी में उनका कद कम नहीं है। ऐसे में अब संभावना यही बन रही है कि रोहतक में रविवार को होने वाली रैली हुड्डा का शक्ति प्रदर्शन होगा और वे एकजुट होकर भाजपा के खिलाफ लड़ने का संदेश देंगे।
एनसीपी से बढ़ी नजदीकियां
राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि राकांपा का कुनबा हरियाणा में कुछ बढ़ सकता है। रैली में राकांपा के अध्यक्ष शरद पवार भी शिरकत कर सकते हैं। वे रविवार को दिल्ली आ रहे हैं। हुड्डा के साथ राकांपा के नेताओं की मुलाकात भी हुई हैं। हालांकि हुड्डा साफ मना कर चुके हैं कि वे पार्टी नहीं बदलेंगे।
25 सदस्यों की बना सकते हैं कमेटी
हुड्डा के नजदीकी सूत्र के अनुसार, रविवार की रैली में अगर उन्होंने नई पार्टी का ऐलान नहीं किया तो वे केवल हाईकमान को शक्ति प्रदर्शन करके दिखाएंगे। वे मंच से ही 25 सदस्यों की एक कमेटी बना सकते हैं, जिसकी अध्यक्षता पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा को दे सकते हैं। इस कमेटी को एक हफ्ते का समय दिया जाएगा, जो कार्यकर्ताओं के बीच जाएगी और उनकी राय जानेगी कि आगे क्या करना चाहिए। इस कमेटी के निर्णय के आधार पर ही हुड्डा अगला कदम उठाएंगे। ऐसा इसलिए भी क्योंकि हुड्डा शक्ति प्रदर्शन के बाद आलाकमान को बदलाव के लिए एक हफ्ते का समय देना चाहते हैं। हुड्डा के सहयोगियों ने पहले ही कह दिया है कि 18 अगस्त को बड़ा ऐलान होने जा रहा है, यह कुछ भी हो सकता है। ऐसे में हुड्डा नई पार्टी बनाने की बजाय पहले से बने दल में जा सकते हैं।
रैली के लिए एक महीने से लगा रहे ताकत
पार्टी आलाकमान की भी पूरे घटनाक्रम पर नजर बनी हुई है। रैली से पहले तक हुड्डा को भी आलाकमान के फैसले का इंतजार रहेगा। हुड्डा इस रैली को चुनावी रैली रैली के रूप में देख रहे हैं, इसलिए इसमें अपनी पूरी ताकत भी लगा रहे हैं। अगर हुड्डा कांग्रेस में रहते हैं, तो हरियाणा में पार्टी की कमान खुद लेने के लिए जोर लगाएंगे।