Chandigarh Today

Dear Friends, Chandigarh Today launches new logo animation for its web identity. Please view, LIKE and share. Best Regards http://chandigarhtoday.org

Posted by Surinder Verma on Tuesday, June 23, 2020

कंगना से गिफ्ट मांगते रहते हैं उनके भाई, बॉलीवुड सेलेब्स ने शेयर किए राखी से जुड़े अनुभव

0
122

Dainik Bhaskar

Aug 15, 2019, 08:06 AM IST

अमित कर्ण/उमेश उपाध्याय/सोनुप सहदेवन/बॉलीवुड डेस्क. भाई और बहन के प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन सभी के लिए खास मायने रखता है। फिर चाहें आम लोग हों या फिर सेलिब्रिटीज। इस पावन अवसर पर दैनिक भास्कर ने बॉलीवुड एक्टर-एक्ट्रेसेस से बात की और जाना कि रक्षाबंधन को लेकर वो क्या सोचते हैं। 

भाई गिफ्ट ही मांगते रहते हैं : कंगना रनोट

  1. रक्षाबंधन से बड़ी प्यारी यादें जुड़ी हैं। अपने और बाकी रिश्तेदारी की बात करूं तो सब मिलाकर ढेर सारे भाई-बहन इकट्ठा हो जाते हैं। बचपन में वे अपनी मम्मी से 10-10, 12-12 रुपए लेकर राखी पर मुझे दिया करते थे। फिर सब मेरे पीछे घूमने लगते थे कि उनके पैसे मैं वापस कर दूं। मैं रोती-रोती मां के पास जाती थी और गुहार लगाती थी कि भाई पैसे वापस मांग रहे हैं। वह सब याद आता है तो बड़ा अच्छा लगता है। 

    कंगना रनोट।

    मेरे भाइयों के बारे में मत पूछिए। वे सारा दिन मुझसे गिफ्ट ही मांगते रहते हैं। उन्होंने आपस में व्हाट्सऐप ग्रुप बनाया हुआ है। मैं जब कभी बाहर जाती हूं, उस ग्रुप में सभी की डिमांड आती रहती है। सारी चीजें ऑनलाइन होने के चलते उन्हें पता रहता है कि बाहर किन शहरों में क्या मिल सकता है? लिहाजा जब कभी न्यूयॉर्क वगैरह जाती हूं तो उन्हें पानी पी-पी कर गालियां देती हूं। वह इसलिए कि क्योंकि उनकी शॉपिंग के चलते मुझे इतना बोझ उठाना पड़ता है। कई बार तो खुद की शॉपिंग के लिए बैग्स में जगह नहीं होती। 

  2. बहनों के लिए कोई लिमिट नहीं : प्रभास

    प्रभास।

    हमारे यहां भी राखी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। करियर की शुरूआत में तो मैं बहनों को 10 से 20 हजार रुपए दिया करता था। अब तो वे टांग खींचती रहती हैं कि बाहुबली बन गए हो। अब कोई लिमिट नहीं है। वे जो भी मांगेंगी, मैं सब कुछ देने को तैयार हूं। बचपन की बात करूं तो तबकी राखी से इमोशनल यादें जुड़ी हुई हैं। मैं 9वीं क्लास में हॉस्टल में रहने के चलते एक बार राखी पर घर नहीं पहुंच पाया तो काफी इमोशनल हो गया था। तब फूट-फूट कर रोया था। 

  3. भाई हमेशा प्रोटेक्टिव रहें हैं : श्रद्धा कपूर

    मैं, मेरे भैया (सिद्धांत) और कजिन भाई प्रियांक बहुत क्लोज हैं। हम हर राखी साथ में मनाते हैं। बचपन में राखी को लेकर इसलिए एक्साइटेड रहते थे कि मिठाई खाने को मिलती थी। सारे भाई मुझे बहुत मानते हैं। बचपन में उन सबने मुझे ढेर सारे गिफ्ट्स दिए हैं। खिलौने, ज्वैलरी सब मिला करता था। मैं उन्हें प्यार देती हूं।

    श्रद्धा कपूर।

    याद तो नहीं कि मैंने उन्हें कब क्या गिफ्ट दिया। पर, अब जबकि बड़ी हो गई हूं तो खाने की प्यारी चीजें लाकर देती हूं। मेरे भाई मुझे हद से ज्यादा प्यार करते हैं। स्कूल के दिनों में भी बहुत प्रोटेक्टिव रहते थे। उनके डर के मारे कोई मेरे आसपास भटक भी नहीं सकता था। 

  4. वही गिफ्ट दो, जो आगे अफोर्ड कर सको : ऋतिक रोशन

    मेरी नजरों में रक्षाबंधन सबसे प्यारा त्योहार है। खास बात है कि यह सिर्फ हमारे ही देश में मनाया जाता है। इस पर हमें गर्व होना चाहिए। मेरी बहनें जब कभी मेरी हथेली पर राखी बांधती थीं तो  पता नहीं क्यों खुद ब खुद मेरी आंखों से आंसू छलकने लगते थे। इस त्योहार को लेकर मैं बड़ा जज्बाती रहा हूं,। इसको लेकर मेरे मन में एक अलग भाव रहा है।

    ऋतिक रोशन।

    रहा सवाल स्टार बनने के बाद कुछ बड़े, महंगे, भड़कीले गिफ्ट का तो वैसा कुछ मैंने कभी नहीं दिया। मेरे ख्याल से हर भाई को अपनी बहन को वही गिफ्ट देना चाहिए, जो वह बाद में भी अफोर्ड कर सके। यह ख्याल भर है। इसका मतलब यह नहीं है कि मैं बहनों को कम देता हूं। 

  5. राखी बाय पोस्ट ही आती रही है: आयुष्मान

    वैसे तो हम दो भाई ही हैं। हमारी सगी बहन नहीं है। हां कजिन्स काफी हैं। चाचा की बेटियां हैं। दिल्ली में ननिहाल हैं। वहां कई सिस्टर्स हैं। राखी की कोई स्पेशल याद तो नहीं है। रहा सवाल स्टार बनने के बाद का, तो वह भी कुछ खास नहीं है। वह इसलिए कि राखी बाय पोस्ट ही आती रही है। चाहे चंडीगढ़ में रहूं या मुंबई में।

    आयुष्मान खुराना।

    बचपन में तो चॉकलेट्स से काम हो जाता था। मम्मी जो दे देती थीं, वही दे दिया करता था। इंडस्ट्री की भी बात करूं तो यहां राखी बहन कोई नहीं है। राखी बहन बना लिया तो एक्ट्रेसेस के साथ फिल्में कैसे करूंगा? ऐसा कोई रिलेशनशिप नहीं रहा। 

  6. भाई मेरा खूब फायदा उठाते हैं: परिणीति चोपड़ा

    परिणीति चोपड़ा।

    रक्षाबंधन ऐसा त्योहार है, जो हम फैमिली के साथ मनाते हैं। इस दिन मेरे भाई मेरा खूब फायदा उठाते थे। पहले सभी छोटे भाई मुझसे पैसे लेकर जाते थे। वो 100 या 200  रुपए लेते थे और खुद के लिए तोहफा खरीदते थे। लेकिन अब मैं उनको बोलती हूं कि मेरे लिए कुछ खरीद कर लाओ। पहले भाई मेरा फायदा उठाते थे, अब मैं उनका फायदा उठती हूं। इस बार में लंदन में शूट कर रही हूं तो भाई को ई-राखी भेजूंगी।

  7. हम राखी नहीं मनाते: सिद्धार्थ मल्होत्रा

    सिद्धार्थ मल्होत्रा।

    मेरी कजिन बहनें हैं,  जिनके साथ में बड़ा हुआ हूं। लेकिन हम राखी नही मनाते, क्योंकि कुछ साल पहले कुछ अपशकुन हो गया था। इसके बाद से हमारे परिवार में रखी बांधने की परंपरा खत्म हो गई। हमारे यहां सिर्फ तिलक किया जाता है। मेरी बहन हमेशा मुझसे पैसा ले लेती थी। अब एक्टर बनने के बाद उनकी अपेक्षाएं और ज्यादा हो गई हैं। उन्हें लगता है कि मुझे उन्हें और ज्यादा पैसा देना चाहिए।

  8. बहन से मिलने अमेरिका जा रहा हूं: सोनू सूद

    मेरी दो बहने हैं। एक बड़ी और दूसरी छोटी। बड़ी सिस्टर अमेरिका और छोटी बहन पंजाब में रहती है। इस बार बड़ी बहन से मिलने अमेरिका जा रहा हूं। मेरे लिए यह बहुत खास लम्हा होगा। वैसे हर बार कोशिश रहती है कि बहनों के लिए कुछ न कुछ जरूर करूं। ऐसा नहीं है कि रक्षाबंधन पर अमेरिका जाने से छोटी बहन नाराज होगी। वह बहुत समझदार है। उसको पता है कि दोनों जगह नहीं जा पाऊंगा। इस बार बड़ी बहन से मिलने का संयोग बना है। हां, यह सरप्राइज नहीं है, क्योंकि आजकल तो बताकर जाना पड़ता है। अगर बता कर नहीं गए, तो उनका कहीं और का प्लान बन सकता है।

    सोनू सूद।

    ‘ऐश्वर्या अब भी मुझे भाईसा कहती हैं’

    इंडस्ट्री में ऐश्वर्या रॉय बच्चन मुझे आज भी भाईसा बोलती हैं। दरअसल, ‘जोधा अकबर’ में ऐश्वर्या जोधाबाई और मै उनका भाई सूजामल बना था। वे मुझे सूजामल भाईसा बोलती थीं। आज भी कहीं किसी मौके पर मुलाकात होती है, तब मुझे भाईसा कहकर ही बुलाती हैं। लेकिन ऐसा नहीं है कि उनसे रक्षाबंधन पर राखी बंधवाने जाता हूं। दरअसल, सब इतने व्यस्त होते हैं कि किसी को वक्त ही नहीं मिल पाता। 

‘);$(‘#showallcoment_’+storyid).show();(function(){var dbc=document.createElement(‘script’);dbc.type=’text/javascript’;dbc.async=false;dbc.src=’https://i10.dainikbhaskar.com/DBComment/bhaskar/com-changes/feedback_bhaskar_v2.js?vm20′;var s=document.getElementsByTagName(‘script’)[0];s.parentNode.insertBefore(dbc,s);dbc.onload=function(){setTimeout(function(){callSticky(‘.col-8′,’.col-4′);},2000);}})();}else{$(‘#showallcoment_’+storyid).toggle();callSticky(‘.col-8′,’.col-4′);}}