- रूस पहला पी-5 सदस्य, जिसने कश्मीर मसले पर भारत का समर्थन किया
- चीन कश्मीर को लेकर सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान को समर्थन देगा- कुरैशी
Dainik Bhaskar
Aug 13, 2019, 09:17 AM IST
मुजफ्फराबाद. कश्मीर पर भारत के फैसले को लेकर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पाकिस्तान के लोगों से कहा कि इस गलतफहमी में न रहें कि संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा परिषद में कोई हमारे समर्थन में हार लेकर खड़ा है। वहां कोई हमारे हक में कुछ नहीं कहने वाला।
मुजफ्फराबाद में रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुरैशी ने कहा कि भावनाओं को हवा देना और आपत्तियां जताना बहुत आसान है। हालांकि, इस मुद्दे को समझना और आगे बढ़ना मुश्किल है। वे आपके लिए बाहें फैलाए और हार लिए नहीं खड़े हैं। पी-5 में कोई भी सदस्य अवरोध खड़ा कर सकता है। हमें बेवकुफ नहीं बनना चाहिए।
रूस पहला पी-5 सदस्य है, जिसने कश्मीर मसले पर भारत का समर्थन किया है। रूस ने कहा था कि भारत द्वारा की गई सभी कार्रवाई संवैधानिक ढांचे के अंतर्गत है। इसके बाद कुरैशी का यह बयान आया है। गृह मंत्री अमित शाह ने 5 जुलाई को अनुच्छेद 370 हटाने और जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग-अलग प्रदेश बनाने का ऐलान किया था।
कश्मीर भारत का आंतरिक मुद्दा
वहीं, अमेरिका ने अभी तक किसी का पक्ष नहीं लिया है। हालांकि, चीन इस मसले पर चिंता जता चुका है। पिछले सप्ताह अपनी चीन यात्रा के बाद, कुरैशी ने कहा कि बीजिंग कश्मीर के ऊपर सुरक्षा परिषद में इस्लामाबाद को अपना समर्थन देगा। दूसरी ओर, भारत ने यह स्पष्ट कर दिया कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और यह पूरी तरह से आंतरिक मुद्दा है।
‘राजनीतिक दलों को एकजुट होना चाहिए’
वहीं, पाकिस्तान ने भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों में कटौती करने, द्विपक्षीय व्यापार को खत्म करने, समझौता एक्सप्रेस को बंद करने और भारतीय फिल्मों को प्रतिबंधित करने का फैसला किया है। कुरैशी ने सोमवार को देश के सभी राजनीतिक दलों को कश्मीर मुद्दे पर एकजुट होने के लिए कहा। साथ ही इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करने का आग्रह किया था।