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Posted by Surinder Verma on Tuesday, June 23, 2020

जिस टीम ने जितने ज्यादा बदलाव किए, वही ज्यादा हारी; भारत ने 2 साल में 43 खिलाड़ियों को आजमाया

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  • वर्ल्ड कप के बाद वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम इंडिया ने वनडे टीम में 5 बदलाव किए
  • श्रीलंका ने टेस्ट में सबसे ज्यादा 30 खिलाड़ी उतारकर 35% मैच जीते, भारत ने 24 खिलाड़ी उतारे और 50% मैच जीते
  • वनडे में सबसे ज्यादा श्रीलंका ने 44 खिलाड़ी उतारे और 24% मैच जीते, भारत ने 30 खिलाड़ियों के साथ 72% मैच जीते

Dainik Bhaskar

Jul 23, 2019, 07:58 AM IST

खेल डेस्क. वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम इंडिया की घोषणा की जा चुकी है। वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में हार के बाद चयनकर्ताओं ने इस बार टीम ने पांच बदलाव किए हैं। खराब प्रदर्शन के कारण कुछ खिलाड़ियों को बाहर किया गया है, जबकि कुछ खिलाड़ियों को आराम दिया गया है। इसके पीछे मकसद सिर्फ यही है कि टीम का प्रदर्शन सुधारा जा सके। मनीष पांडे, श्रेयस अय्यर और नवदीप सैनी को वनडे में मौका दिया गया।

टेस्ट में अश्विन और साहा एक साल बाद फिर शामिल किए गए हैं। टी-20 टीम में राहुल चाहर नया चेहरा हैं। अब अच्छे रिजल्ट के लिए इन खिलाड़ियों को अधिक से अधिक मौके देने होंगे। क्योंकि पिछले दो साल के आंकड़े देखें तो जिन टीमों ने इंटरनेशनल क्रिकेट (टेस्ट, वनडे, टी-20) में सबसे ज्यादा खिलाड़ी बदले उनका जीत का प्रतिशत काफी कम रहा है। वहीं जिन्होंने कम बदलाव किए उनका जीत का प्रतिशत अधिक रहा।

वनडे में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड ने सबसे कम खिलाड़ी उतारे
पिछले दो साल के आंकड़े देखें तो वनडे में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड ने सबसे कम खिलाड़ी उतारे। न्यूजीलैंड ने 22 जबकि इंग्लैंड ने 25 खिलाड़ियों को मौका दिया। यानी अपने खिलाड़ियों पर भरोसा दिखाया। इसका नतीजा हमें पिछले दिनों खत्म हुए वर्ल्ड कप में भी देखने को मिला। दोनों टीमों ने फाइनल में जगह बनाई थी। वहीं, टी-20 में श्रीलंका ने सबसे ज्यादा 36 खिलाड़ी उतारे। 21% मैच जीते। भारत ने 29 खिलाड़ी उतारे और 67% मैच जीते।

अय्यर सहित नंबर-4 पर दो नए चेहरे
भारत ए ने पांच मैचों की वनडे सीरीज में विंडीज ए को 4-1 से हराया। रविवार रात खेले गए अंतिम मैच में टीम इंडिया को आठ विकेट से जीत मिली। अय्यर 61 रन बनाकर नाबाद रहे। सीरीज में श्रेयस अय्यर ने 62 की औसत से 187 रन बनाए। इसमें दो अर्धशतक शामिल था। मनीष पांडे ने 162 रन बनाए। एक अर्धशतक लगाया। वनडे में नंबर-4 पोजीशन पर अब लोकेश राहुल के अलावा अय्यर और मनीष को मौका दिया जाना है।

दो साल में नंबर-4 पर सबसे ज्यादा 11 खिलाड़ियों को मौका
पिछले दो साल की बात की जाए तो वनडे में नंबर-4 पर टीम इंडिया ने सबसे ज्यादा 11 खिलाड़ियों को मौका दिया। लेकिन 58 मैच में ये खिलाड़ी सिर्फ 7 बार 50+ का स्कोर कर सके। औसत सिर्फ 33 का रहा। स्ट्राइक रेट 82 का रहा। वहीं वर्ल्ड चैंपियन इंग्लैंड ने इस नंबर पर केवल 4 खिलाड़ियों को मौका दिया। 51 मैच में खिलाड़ियों ने 17 बार 50+ का स्कोर किया। स्ट्राइक रेट 99 का रहा। यानी इंग्लिश बल्लेबाजों ने तेजी से रन भी बनाए।

लेग स्पिनर राहुल चाहर इंटरनेशनल डेब्यू करेंगे
विंडीज ए के खिलाफ सीरीज बाएं हाथ के तेज गेंदबाज खलील अहमद ने 9 और नवदीप सैनी ने 8 विकेट लिए। दोनों गेंदबाज वनडे टीम में शामिल है। ऐसे में वेस्टइंडीज के खिलाफ आगामी वनडे सीरीज दोनों गेंदबाज हमारे लिए अहम साबित हो सकते हैं। इसके अलावा स्पिनर क्रुणाल पंड्या ने 7 और राहुल चाहर ने 6 विकेट लिए। दोनों स्पिन गेंदबाजों को भारतीय टी-20 टीम में जगह मिली है। लेग स्पिनर राहुल इंटरनेशनल डेब्यू करेंगे। अब तक उनके टी-20 प्रदर्शन को देखें तो वे 26 मैचों में 27 विकेट ले चुके हैं। स्ट्राइक रेट 20 का है।

अक्टूबर में बोर्ड के चुनाव, इसके बाद धोनी के भविष्य पर फैसला
टी-20 वर्ल्ड कप के मुकाबले अगले साल अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होने हैं। विंडीज दौरे के लिए धोनी को टीम में शामिल नहीं किया गया है क्योंकि उन्होंने खुद दो महीने का ब्रेक लिया है। जानकारी के अनुसार अक्टूबर में बोर्ड के चुनाव होने हैं। इसके बाद बोर्ड पूरी तरह बदल जाएगा। ऐसे में अगर बोर्ड में पूर्व अध्यक्ष शशांक मनोहर गुट का कोई प्रतिनिधि आता है तो पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को इसका फायदा मिल सकता है। इस कारण खुद चयनकर्ता धोनी के संन्यास पर नहीं बोल रहे हैं। एमएसके प्रसाद ने एक दिन पहले ही कहा था कि धोनी अपने संन्यास का फैसला खुद करेंगे। इस बीच हम रिषभ पंत को ग्रुम करेंगे। बोर्ड के चुनाव के बाद नई चयन समिति का भी गठन किया जाना है। इस पर समीकरण निर्भर करेगा।
-भास्कर रिसर्च: आनंद व्रत शुक्ला