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सिख फॉर जस्टिस पर पाबंदी के बाद एजेंसियों का पुलिस को अलर्ट
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पंजाब में गड़बड़ी के लिए पंजाब के पूर्व आतंकियों से भी संपर्क साधा जा रहा
सिख फॉर जस्टिस पर पाबंदी के बाद एजेंसियों का पुलिस को अलर्ट
पंजाब में गड़बड़ी के लिए पंजाब के पूर्व आतंकियों से भी संपर्क साधा जा रहा
Dainik Bhaskar
Jul 13, 2019, 05:57 AM IST
होशियारपुर (परमिंदर बरियाणा). ‘सिख फॉर जस्टिस’ (एसएफजे) को देश में बैन करने के पीछे भारतीय खुफिया एजेंसियों की कई सनसनीखेज रिपोर्टों को आधार बनाया गया है। सूत्रों के मुताबिक एजेंसियों ने ‘रेफरेंडम 2020’ को लेकर रिपोर्ट पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस को भी भेजकर अलर्ट किया है। एजेंसियों के हाथ पाकिस्तान के तीन ऐसे मोबाइल नंबर लगे हैं जिनसे पंजाब में ‘रेफरेंडम 2020’ की सपोर्ट कर रहे कुछ रेडिकल नेताओं को फोन काॅल हुई हैं। ये नंबर पाक में बैठ हाजी नाम के शख्स के हैं।
सूत्रों के अनुसार खुफिया एजेंसियों ने पंजाब सरकार को एक और अलर्ट भी भेजा है, जिसमें इस बात का खुलासा है कि पंजाब में पाकिस्तान से कुछ हथियार और ग्रेनेड भी भेजे गए हैं। ये भी जानकारी दी गई है कि एसएफजे के कुछ लोग पंजाब पुलिस के मौजूदा और रिटायर्ड पुलिस अफसरों को निशाना बना सकते हैं। इन अफसरों की गिनती 6-7 के करीब बताई जा रही है। यह भी जानकारी मिली है कि पंजाब में गड़बड़ी के लिए पंजाब के पूर्व आतंकियों से भी संपर्क साधा जा रहा है वहीं बड़े गैंगस्टरों को भी उकसाया जा रहा है।
दादूवाल जर्मनी में किससे मिले, नजर रख रहीं एजेंसियां
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय खुफिया एजेंसियां अब पंजाब के कई पंथक नेताओं पर नजर रख रही हैं, जिसमें सबसे बड़ा नाम नारायण सिंह चौड़ा का बताया जा रहा है। वहीं पता चला है कि कुछ समय पहले पंथक नेता बलजीत सिंह दादूवाल जर्मनी गए थे और एजेेंसियां इस बात का पता लगा रही हैं कि आखिरकार उनकी वहां किन-किन लोगों से मुलाकात हुई। इनके अलावा एजेंसियां और भी कई कट्टरपंथी नेताओं पर नजर रख रही है। इन नेताओं के बारे में एजेंसियों ने बकायदा तौर पर पंजाब पुलिस को भी अलर्ट कर दिया है।
ट्रेस किए तीनों नंबर हाजी के
भारतीय खुफिया एजेंसियों के साथ जुड़े एक सूत्र के मुताबिक इन एजेंसियों को तीन पाकिस्तानी टेलीफोन नंबर मिले हैं, जिन्हें इंटरसेप्ट किया गया है। ये नंबर पाकिस्तान में बैठा हाजी नाम का एक शख्स चला रहा है, जिनसे पंजाब में ‘रेफरेंडम 2020’ को सपोर्ट करने वाले रेडिकल नेताओं से संर्पक किया जा रहा है।
‘रेफरेंडम 2020’ ने बढ़ाई सिरदर्दी…
भारतीय खुफिया एजेंसियों के लगातार अलर्ट के बाद पंजाब पुलिस के लिए बड़ी सिरदर्दी पैदा हो गई है क्योंकि कोई भी पुलिस अधिकारी इस मामले में अपना कदम फूंक-फूंक कर रख रहा है और इसकी सबसे बड़ी बजह कुछ समय पहले बरगाड़ी कांड में पुलिस अफसरों की गिरफ्तारियों को बताया जा रहा है।
पुलिस की तैयारी: बड़े अफसरों को भी मिलेगी बुलेट प्रूफ सुरक्षा
अकाली नेता रवि काहलों पर आरोप है कि अकाली सरकार के समय काहलों ने अपनी मौजूदगी में आतंकी नारायण सिंह चौड़ा को खुद खड़े होकर इंटेरोगेट करवाया था और भारतीय खुफिया एजेंसियों को नारायण सिंह चौड़ा के बारे में कुछ जानकारियां मिली थीं। जिसके बनाह पर ही रवि काहलों को बुलेट प्रूफ सुरक्षा दी गई है, वही पंजाब पुलिस ने भी रेडिकल के टारगेट पर आए पुलिस अधिकारियों की सुरक्षा कड़ी कर दी है। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में पंजाब पुलिस के कुछ अधिकारियों को भी बुलेट प्रूफ सुरक्षा देने की तैयारी कर ली गई है। इधर एजेंसियों को यह शक है कि इसके पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है।