28 जून तक चली यूजी कोर्सिस में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया के बीच 21 से 29 जून तक डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन न कराने पर दाखिले की रेस से बाहर हुए आवेदकों के लिए राहत की खबर है। उन्हें रेस में शामिल होने का एक और मौका मिला है। वेरीफिकेशन कराने से चूके आवेदकों को नौ जुलाई की सेकेंड मेरिट में नाम शामिल कराने के लिए च्वाइस के पांच में से किसी भी कॉलेज में जाकर 5 से 7 जुलाई के बीच डॉक्यूमेंट वेरीफाई कराने होंगे।
इस बारे में आ रही मांग पर एडिशनल चीफ सेक्रेट्री ने फैसला लेते हुए राज्य के सभी सरकारी, एडिड व सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों के प्रिंसिपलों को पत्र जारी कर दिया। अपने दूसरे पत्र में हर कॉलेज को दाखिला प्रक्रिया के बाद छात्राें के लिए दो दिन का ऑरिएंटेंशन प्रोग्राम कराने के आदेश जारी किए। इसमें छात्राें को कैंपस व फैकेल्टी के बारे में पूरा ब्यौरा देने के साथ उन्हें टाइम टेबिल व सिलेब्स की फोटो कॉपी, आईकार्ड, लाइब्रेरी कार्ड, छात्र क्लब व सोसाइटी और मेंटर्स की सूची उपलब्ध करानी होगी।
3 दिन में 50-150 के बीच अटका दाखिले का आंकड़ा, बचे 3 दिन में दाखिला न लिया तो क्या होगा, असमंजस में स्टाफ व छात्राें: दो जुलाई को डीएचई की ओर से ऑनलाइन जारी हुई पहली मेरिट में नाम आने पर ज्यादातर स्टूडेंट्स दाखिला नहीं ले रहे हैं। जिस कॉलेज में 600 से 700 स्टूडेंट्स का मेरिट में नाम आया था, वहां भी दाखिला लेने वालों का आंकड़ा 50 से 150 पर अटका है। पहले दिन स्टूडेंट्स मेरिट में नाम देख दाखिला ले या सेकेंड व वेटिंग लिस्ट का इंतजार करें, इसी सोच में घर लौट गए। वहीं, दूसरे दिन को पोर्टल पर करीब दो घंटे रही दिक्कत से फीस के लिए न चालान जेनरेट हुए और न फीस जमा हो पाई। बुधवार को कुछ ही स्टूडेंट्स ने दाखिले के लिए चालान जनरेट करवा फीस भरी। तीसरे दिन गुरुवार को बरसात ने खेल बिगाड़ दिया। अब पहली मेरिट में नाम आने वाले स्टूडेंट्स के पास दाखिले के लिए 7 जुलाई तक समय हैं। उन्हें पंसद का कॉलेज व कोर्स न मिलने या किसी कारणवश तीन दिन में वे दाखिला न लेने पर स्टूडेंट्स का सेकेंड मेरिट में नाम आएगा या नहीं। उनका नाम आखिरी वेटिंग लेस्ट में तो नहीं चला जाएगा और तब तक सभी सीटे फुल न हो जाएं। सेकेंड मेरिट में नाम आया तो चॉइस के किस क्रम के कॉलेज व कोर्स उन्हें अलॉट होंगे। इन सब सवालों को लेकर कॉलेज स्टाफ से लेकर स्टूडेंट्स तक असमंजस में हैं।