- मिनिस्ट्री आॅफ एन्वायर्नमेंट, यूटी चंडीगढ़ प्रशासन के बीच हुआ एमओयू, एनजीटी में भी सब्मिट होगी रिपोर्ट
- व्हीकल की संख्या जहां ज्यादा होगी वहां का अलग से बनेगा एक्शन प्लान
चंडीगढ़. चंडीगढ़ में एयर पाॅल्यूशन को कंट्रोल करने के लिए अब चंडीगढ़ को ग्रिड में बांट कर काम किया जाएगा। इसके लिए प्लानिंग ये कि जिन एरिया में ज्यादा व्हीकल्स हैं वहां के लिए एक्शन प्लान और जिन एरिया में कम व्हीकल्स हैं उनके लिए प्लानिंग अलग रहेगी। इसको लेकर हाल ही में एडवाइजर मनोज कुमार परिदा की अध्यक्षता में प्रशासन के सभी आॅफिसर्स की मीटिंग भी हो चुकी है। इसके साथ ही चंडीगढ़ में किन प्वाइंट्स पर ज्यादा व्हीकल्स की संख्या रहती है और कहां पर कम इसको लेकर भी ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट यूटी चंडीगढ़ एक सर्वे करवाएगा।
एडवाइजर की तरफ से आॅफिसर्स को निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द ये सर्वे पूरा करवाया जाए ताकि इससे अागे का काम प्रशासन शुरू कर सके। दरअसल, इसको लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल(एनजीटी) की तरफ से निर्देश दिए गए थे। यही नहीं, इसको लेकर रिपोर्ट भी एनजीटी को सब्मिट करनी है। 6 जून को ही एक एमओयू भी इस मुद्दे को लेकर मिनिस्ट्री आॅफ एन्वायर्नमेंट, यूटी चंडीगढ़ प्रशासन और पीयू के बीच में किया गया है।
कितने व्हीकल्स मैक्सिमम चल सकते हैं इसकी स्टडी करेगी पेक :
यूटी चंडीगढ़ में कितनी मैक्सिमम व्हीकल्स चल सकते हैं इसको लेकर भी सर्वे किया जाएगा। इसके लिए पंजाब इंजीनियरिंग काॅलेज(पेक) सेक्टर-12 की हेल्प ली जाएगी। इसके लिए ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट यूटी चंडीगढ़ को जिम्मेदारी सौंपी गई है जो पेक के साथ मिलकर इस सर्वे को पूरा करवाएगा। आॅफिसर्स के मुताबिक पेक अथाॅरिटी के साथ इसको लेकर मीटिंग भी हो चुकी है और जल्द ही इसको लेकर काम शुरु हो किया जाएगा। ये व्हीकल्स कैरिंग स्टडी होगी जिस पर किस एरिया में इस वक्त सबसे ज्यादा गाड़ियां हैं उसको लेकर भी रिपोर्ट बनेगी।
ये इसलिए क्योंकि चंडीगढ़ की हवा भी हो रही है खराब :
ये सारी प्रैक्टिस इसलिए क्योंकि चंडीगढ़ की हवा भी खराब हो रही है। एयर पाॅल्यूशन बढ़ रहा है और पर्टिकुलेट मैटर्स(पीएम) लगातार पिछले पांच वर्षों में परमिशेबल लिमिट से ऊपर आने के चलते चंडीगढ़ को भी 95 शहरों की लिस्ट में शामिल किया गया था और अगले दस वर्षों में फेज वाइज एयर पाॅल्यूशन कम करने के निर्देश दिए गए थे। इसके बाद एयर पाॅल्यूशन को कंट्रोल करने के लिए एक्शन प्लान प्रशासन ने तैयार कर केंद्र सरकार के पास अप्रूवल के लिए भेजा था जहां से इसको अप्रूवल मिल चुकी है।
ऐसे होगा ग्रिड वाइज काम :
एयर पाॅल्यूशन को कम करने के लिए जिन एरिया में गाड़ियां ज्यादा हैं वहां पर फोकस रखा जाएगा और वहां पर जो भी राउंड अबाउट होंगे उन पर फाउंटेन लगाए जाने की प्लानिंग हैं। इसी तरह से ओपन एरिया और रोड साइड में घास उगाई जाएगी। वहीं गाड़ियों की रजिस्ट्रेशन को लेकर भी सख्ती की जाएगी और पेट्रोल और डीजल के बजाए बैटरी से चलने वाली व्हीकल्स को ही प्रमोट किया जाएगा।