- स्काई मेट ने इस साल 93% और मौसम विभाग ने 96% बारिश की संभावना जाहिर की
- मानसून के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) पहुंचने में 10-15 दिन की देरी संभव
नई दिल्ली. मौसम एजेंसी स्काई मेट ने बुधवार को कहा कि मानसून अगले 48 घंटे में केरल पहुंच सकता है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में मानसून पहुंचने में 10-15 दिन की देरी हो सकती है। दिल्ली और इसके आसपास के प्रदेशों में आमतौर पर मानसून जून तक पहुंच जाता है। स्काई मेट ने कहा कि इस साल मानसून के कमजोर रहने के आसार हैं।
मौसम विभाग ने इस बार जून से सितंबर तक चलने वाले मानसून सीजन में 96% बारिश की संभावना जाहिर की थी।
ग्लोबल वॉर्मिंग के चलते पड़ेगा असर
एजेंसी के मौसम वैज्ञानिक समर चौधरी ने बताया कि अल नीनो और ग्लोबल वॉर्मिंग के चलते इस बार मानसून के कमजोर रहने के आसार हैं। हमें उम्मीद है कि मानसून की बारिश करीब 93% तक होगी हालांकि यह भी औसत बारिश से कम ही है।
प्री-मानसून सीजन में भी बारिश कम हुई
65 वर्षों में यह दूसरा मौका है, जब प्री-मानसून करीब-करीब सूखा गुजरा। इस दौरान सामान्य तौर पर 131.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जाती है। इस साल 99 मिमी. बारिश हुई। चौधरी ने कहा, “पूर्वी दिशा की ओर बहने वाली हवाओं में नमी है, जिसने उत्तरी भारत में पारे पर थोड़ा नियंत्रण रखा। लेकिन, इसके बावजूद लू के थपेड़ों के चलते लगातार पारा बढ़ता रहा।
पिछले साल तीन दिन पहले पहुंच गया था मानसून
मानसून 2014 में 5 जून को, 2015 में 6 जून को और 2016 में 8 जून को आया था। जबकि, 2018 में मानसून ने केरल में तीन दिन पहले 29 मई को ही दस्तक दे दी थी। पिछले साल सामान्य बारिश हुई थी।