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Posted by Surinder Verma on Tuesday, June 23, 2020

पसंद के काम को पेशा बनाएंगे तो थकान महसूस नहीं होगी बल्कि, ज्यादा ताकत लगाएंगे: टिम कुक

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  • दुनिया के दो दिग्गज इंडस्ट्री लीडर्स ने पेशे और बिजनेस में सफल होने के लिए जरूरी चीजों के बारे में बताया 
  • अलीबाबा के फाउंडर जैक मा ने कहा- शुरुआत में हर आंत्रप्रेन्योर को अस्वीकृति का सामना करना पड़ता है

न्यू ऑरलियंस (पेरिस). एपल सीईओ टिम कुक ने कहा है कि आप जो काम पसंद करते हैं, उसी को अपना पेशा बनाइए, यदि एेसा करते हैं तो कभी खुद को थका हुआ महसूस नहीं करेंगे। कुक न्यू ऑरलियंस की टुलाने यूनिवर्सिटी की ग्रेजुएशन सेरेमनी के दौरान छात्रों को संबोधित कर रहे थे। वहीं ईकॉमर्स दिग्गज अलीबाबा के फाउंडर जैक मा ने पेरिस में हुई वीवा टेक्नोलॉजी कॉन्फ्रेंस में आंत्रप्रेन्योर को बार-बार मिलने वाली अस्वीकृति से निपटने के बारे में समझाया, पढ़िए दोनों दिग्गजों की बातों के खास अंश… 

कोशिश से खूबसूरत कोई चीज नहीं है, इससे मत डरिए; मैं भी रोज सुबह उठकर ऐसा ही करता हूं: टिम कुक 
आप जिस चीज से प्यार करते हैं, उसी को पेशा बनाइए, काम फिर काम नहीं रह जाएगा। यह कहावत है कि आप जो पसंद करते हैं, यदि उसी को चुनते हैं तो जिंदगी में एक भी दिन काम नहीं करेंगे। मैंने एपल में यही सीखा है, यदि आप ऐसा करते हैं तो फिर आपको जरा भी थकान नहीं होगी। क्योंकि मन मुताबिक काम मिलेगा तो उसे पूरा करने में पूरी ताकत लगा देंगे। पर आप इस बात को दिमाग में नहीं लाएंगे कि आप थक रहे हैं। आप इतनी ज्यादा ऊर्जा लगा देंगे, जितना सोचा भी नहीं होगा। इसके अलावा कोशिश करने से कभी मत डरिए, कोशिश से खूबसूरत कोई चीज नहीं है। सारा तनाव, चिंताएं, चिढ़ इस एक चीज के करने से दूर हो जाएंगी। मैं रोज सुबह उठकर यही करता हूं।

अस्वीकृति को मौके के तौर पर देखिए, मैंने ऐसा ही किया; सफलता निश्चित रूप से मिलेगी: जैक मा 
जब शून्य से बिजनेस की शुरुआत करते हैं, तो हर आंत्रप्रेन्योर को किसी न किसी रूप में अस्वीकृति का सामना करना पड़ता है। पर वे इसे भूलकर आगे बढ़ जाते हैं। नकारात्मक प्रतिक्रियाओं को नजरअंदाज करना सीख जाते हैं। एक आंत्रप्रेन्योर के तौर पर चुनौती स्वीकार करने की आदत पड़ जाती है। कभी लोगों, कभी निवेशकों तो कभी ग्राहकों द्वारा ‘ना’ सुनने को मिलती है। इस अस्वीकृति को मौके के रूप में देखना चाहिए। यदि शुरुआत में ही हर कोई आपके विजन या सेवा से सहमत है तो संतुष्ट हो जाएंगे, मौके की संभावना ही नहीं रहेगी। कुछ ही लोग इस पर राजी होते हैं तो साबित करना पड़ता है। यही मौका होता है। अगर मैं ऐसे सफल हो सकता हूं तो कोई भी हो सकता है। 

जैक मा।