- कांग्रेस कैंडिडेट ढिल्लों की रैली में युवक को भट्ठल ने सरेआम मारा था थप्पड़
- लोग बोले- माफी मांगें लीडर, वरना बूथ तक नहीं लगने देंगे, चुनाव आयोग को भी करेंगे शिकायत
संगरूर. गांव बुशैहरा में कांग्रेस की सभा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री बीबी राजिन्दर कौर भट्ठल की ओर से गांव के युवक को भरी सभा में थप्पड़ मार दिए जाने से गांव में गुस्सा है। घटना को लेकर सोमवार को गांव की सांझी जगह पर बैठक रखी गई। इसमें सरपंच बलजीत सिंह समेत विभिन्न वर्ग के लोगों ने भाग लिया।
इस दौरान लोगों ने कहा, कांग्रेस लीडर माफी मांगें, नहीं तो उनके बूथ तक नहीं लगने देंगे। चुनाव आयोग को भी शिकायत करेंगे। यह भी मांग की कि भरी सभा में नौजवान को थप्पड़ मारने पर लीडर भरी सभा में ही माफी मांगें। गांव के पूर्व सरपंच मेजर सिंह ने कहा कि घटना से गांव में रोष है। लहरागागा हलके में रिश्तेदारों से कांग्रेस का बहिष्कार करने की मुहिम चलाएंगे। गांव में कांग्रेस के किसी नेता को नहीं घुसने देंगे। चन्द्रशेखर आजाद स्पोर्ट्स क्लब के प्रधान सतवंत सिंह ने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी केवल सिंह ढिल्लों ने खुद ही लोगों से सवाल करने को कहा था, तभी कुलदीप ने सवाल किया था। भट्ठल का थप्पड़ मारना निंदनीय है।
पानी न मिलने से जमीन हो रही है बंजर : कुलदीप
पीड़ित कुलदीप सिंह ने कहा-गांव में 20 साल से गंदे पानी की समस्या है। नहरी पानी न होने से जमीनें बंजर हो रही हैं। सभा में ढिल्लों साहिब विकास के शोले सुना रहे थे तो उसने गांव की समस्याओं के लिए सवाल पूछने के हाथ खड़ा किया परंतु बीबी ने थप्पड़ ही जड़ दिया। नेता लोगों के अधिकारों का हनन कर रहे हैं।
गांव में सबसे अधिक शिक्षित कुलदीप, प्रोफेसर भी रह चुका
कुलदीप सिंह गांव में सबसे अधिक शिक्षित हैं। कुलदीप सिंह ने एमएससी (कंप्यूटर साईंस), एमटेक आईटी के बाद 7 वर्ष तक निजी कॉलेज में प्रोफैसर की नौकरी की है। 2017 में कुलदीप सिंह ने नौकरी छोड़ दी थी, जिसके बाद वह बेरोजगार हैं।
गांव में करीब 1000 घर और 2200 वोट
- गांव में 1 हजार घर और करीब 22 सौ वोट है। सबसे बड़ी समस्या नहरी पानी की है।
- 20 साल से गंदे पानी की निकासी की समस्या है।
- गांव के 10वीं तक के स्कूल को 12वीं तक करने की मांग है।
- सरपंच बलजीत सिंह ने कहा-गांव की समस्याओं संबंधी पंचायत पहले ही बीबी भट्ठल और केवल ढिल्लों को लिख कर दे चुकी है। कुलदीप पता नहीं क्यों सवाल करना चाहता था। घटना अपनी आंखों से नहीं देखी। आज तक किसी लीडर ने किसी को थप्पड मारा हो।