चंडीगढ़.सूबे में 2017 में 110 ब्लॉक डार्क जोन में थे लेकिन 2018 में इनकी संख्या 138 तक पहुंच गई। लगातार तेजी से गिर रहे भूजल स्तर से चिंतित सरकार अब इजराइली तकनीक से भूजल स्तर सुधारेगी। इसके लिए दो कैबिनेट मंत्रियों और अधिकारियों का एक शिष्टमंडल मार्च महीने के आखिर में इजराइल जाएगा।
वहां जाकर देखेंगे कि इजराइल में किन तकनीकों का प्रयोग कर जल सरंक्षण किया जाता है और किस तरह दूसरे पानी को भी पीने योग्य बनाया जाता है। इसके बाद पंजाब में भी इन तकनीकों को लागू कर लोगों को पेयजल मुहैया कराया जाएगा। सूबे में जमीनी पानी काफी नीचे जाने से अब राज्य सरकार लोगों को नहरी पानी पिलाने की तैयारी कर रही है। अगर सरकार ने जल्द कोई कदम नहीं उठाया तो कुछ सालों के बाद पंजाब में पानी की किल्लत हो जाएगी।
डार्क जोन के इलाकों में नए ट्बयूवेल कनेक्शन नहीं मिलेंगे :
पंजाब सरकार किसानों को नए टयूवेल कनेक्शन देने के बारे में अभी विचार कर रही है कि उन्हें यह कनेक्शन अभी ना दिए जाए। क्योंकि सूबे में कई इलाकों में जमीनी पानी का लेवल तेजी से नीचे जा रहा है। ऐसे में सरकार नहीं चाहती कि इन डार्क जोन वाले इलाकों में नए टयूवेल के कनेक्शन नहीं दिए जाएंगे। ताकि अभी पानी का लेवल जिस स्तर पर है उससे नीचे नहीं जाए।
धान की बजाय अन्य फसलें लगाने की अपील :
सीएम ने सूबे के किसानों से रिवायती फसलों को लगाने से परहेज करने की भी अपील की है क्योंकि धान को काफी ज्यादा पानी की जरूरत होती है। अगर फसल चक्र को किसान समझ जाए तो काफी लाभकारी होता है।
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