जोधपुर.आज देश में विश्व हियरिंग दिवस मनाया जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस वर्ष की थीम ‘चैक योर हियरिंग’ रखीहै। आमजन खुद अपने सुनने की क्षमता की जांच कर सकें, इसके लिए डब्लूएचओ ‘हियर डब्ल्यूएचओ’ ऐप लायाहै। इसको आमजन गूगल प्ले स्टोर और एपल प्ले स्टोर से इंस्टाल कर सकते हैं।
ऐप से आमजन खुदअपने सुनने की जांच केवल ईयरफोन लगाकर कर सकते हैं। स्कोर कम आने पर ऐप ईएनटी के डॉक्टर को दिखाने की सलाह देता है। एम्स ईएनटी के विभागाध्यक्ष डॉ. अमित गोयल ने बताया कि डब्ल्यूएचओ द्वारा इस वर्ष विश्व हियरिंग दिवस के उपलक्ष्य में यह ऐप लाया गया है।
आज से यह एंड्रॉयड और एपल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है।डॉ. गोयल ने बताया कि पूरे देश की जनसंख्या का करीब 6.3% (जो कि करीब 8 करोड़ है) को सुनने में ज्यादा परेशानी होती है। यदि विश्व स्तर पर बात करें तो करीब 46 करोड़लोगों को सुनने में ज्यादा परेशानी होती है। कम सुनने वाले लोगों को जोड़ दिया जाए तो यह करीब 86 करोड़तक पहुंच जाता है।
डॉ. गोयल ने बताया कि पूरे विश्व में करीब 75 अरब अमेरिकी डॉलर सुनने की बीमारी को सही करने के लिए खर्च होते हैं। विश्वभर में 3.6 करोड़बच्चे सुनने की बीमारी से पीड़ित है और तीन में से एक वयस्क व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित है। 33 करोड़ऐसे लोग हैं, जिनको कान में इंफेक्शन होता है।
डॉ. गोयल ने बताया कि देश में 1 लाख लोगों पर केवल 0.63 ही ईएनटी डॉक्टर हैं, जो इस तरह के मरीजों को देखते हैं। उन्होंने बताया कि 60%मरीज ऐसे हैं, जिनकी रोकथाम की जाए तो सुनने की समस्या से बचाया जा सकता है। व्यक्ति नियमित रूप से अपने कानों का चैकअप करे तो बीमारी को जल्दी डायग्नोसिस कर रोकथाम के प्रयास किए जा सकते हैं। हालांकि केंद्र सरकार रोकथाम के लिए नेशनल कार्यक्रम चला रही है। एम्स में ऑरा कार्यक्रम में रविवार को डब्ल्यूएचओ के ऐप के लिए जागरूकता कार्यक्रम होगा।
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