ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज शुरू होने से पहले ही भारतीय कप्तान विराट कोहली ने साफ कर दिया था कि आईपीएल में किसी खिलाड़ी का प्रदर्शन या फॉर्म वर्ल्ड कप की टीम चयन पर असर नहीं डालेगा। आईपीएल ने खिलाड़ियों को निखारने और उन्हें इंटरनेशनल लेवल के लिए तैयार करने में अहम भूमिका निभाई है। हालांकि, भारतीय कप्तान की बात के मायने कुछ और हैं। कोहली का कहना है कि वर्ल्ड कप के लिए खिलाड़ियों का चयन 50 ओवर के मैचों में प्रदर्शन के आधार पर ही किया जाएगा, ना कि 20-20 के आधार पर। जब बात क्रिकेट के सबसे बड़े टूर्नामेंट में खेलने की हो तो ये सोच ठीक भी है।
कोहली की इसी बात पर जाएं तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 सीरीज में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले केएल राहुल भी वर्ल्ड कप टीम में अपनी जगह को लेकर आश्वस्त नहीं हो सकते। अभी उन्हें और मेहनत करनी है। खैर, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज कुछ भारतीय खिलाड़ियों के लिए वर्ल्ड कप टीम में जगह बनाने के लिहाज से काफी अहम होने वाली है।
चयनकर्ताओं ने सीरीज के लिए अलग-अलग टीमें चुनीं
प्रदर्शन के अलावा टीम में जगह बनाने का कोई शॉर्टकट नहीं है। सीरीज में ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को मौका देने के लिए चयनकर्ताओं ने पहले दो वनडे की अलग टीम चुनी है। बाकी के तीन वनडे के लिए अलग। हालांकि, कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं, जो इन दोनों ही टीम में नहीं हैं। दिनेश कार्तिक और उमेश यादव पिछले काफी समय से टीम के साथ बने हुए हैं और कई मौकों पर अच्छा प्रदर्शन भी किया है।
वर्ल्ड कप की टीम के लिए 11 या 12 नाम लगभग तय
इनके अलावा मोहम्मद सिराज और खलील अहमद भी आशावान हैं। दोनों को पिछले कुछ महीने में कई मौके मिले हैं। अगर कोई चोट लगने की स्थितियों को छोड़ दिया जाए तो वर्ल्ड कप की टीम के 11 या 12 खिलाड़ी लगभग तय ही हैं। इस वजह से एक ओर चयनकर्ताओं और टीम मैनेजमेंट को राहत होगी, वहीं बाकी के स्थानों को लेकर गहरा चिंतन भी।
टॉप ऑर्डर में राहुल,कार्तिक-पंत का भी है विकल्प
उदाहरण के लिए- अगर आपको टॉप ऑर्डर में एक बल्लेबाज की जरूरत हो तो राहुल, कार्तिक और पंत में से किसे चुनेंगे? इनके अलावा रहाणे के दावे पर क्या रुख अपनाएंगे? वह भी तब, जब रहाणे ने हाल ही में वर्ल्ड कप खेलने की इच्छा जाहिर की है और इंग्लैंड की परिस्थितियों में उनका रिकॉर्ड भी अच्छा रहा है।
जडेजा का भी दावा मजबूत
इसी तरह कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की हालिया सफलताओं के बाद भी रविंद्र जडेजा के दावे को खारिज नहीं किया जा सकता। इन्हीं वजहों से ऑस्ट्रेलिया से होने वाली सीरीज कुछ खिलाड़ियों के लिए अहम है। अगर वे प्रभावशाली प्रदर्शन करने में नाकाम रहे तो वर्ल्ड कप में दर्शक ही बने रहेंगे।
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