अटारी बार्डर/अमृतसर .आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार द्वारा पाकिस्तान से आयातित वस्तुओं पर लगाई गई 200 फीसदी कस्टम ड्यूटी से कारोबारियों का करोड़ों का माल अटारी बॉर्डर पर फंस गया है। यही कारण है कि कारोबारी ट्रेड को मुकम्मल बंद करने और फंसे माल को वापस करने की मांग उठाने लगे हैं।
कारोबारियों की मानें तो सरहद पार से आने वाले एक ट्रक में (ड्राईफ्रूट या ड्राईडेट्स) अमूमन 12 लाख की वैल्यू वाला सामान आता है। इस पर 1.50 से 1.75 लाख रुपए की कस्टम ड्यूटी लगती रही है। लेकिन ड्यूटी 200 फीसदी हो जाने से एक ट्रक पर सामान मंगवाने वाले को करीब 17 फीसदी यानी कि 25 लाख रुपए भरने पड़ेंगे। इससे सामान खरीद रेट से भी महंगा हो जाएगा, जो मार्केट में स्वीकार नहीं होगा और कारोबारी भी इसे वहन नहीं कर सकेगा। मजबूरी में लोग माल मंगवाना बंद करेंगे और पाक का ट्रेड खुद ही बंद हो जाएगा।
आईसीपी पर 3 करोड़ का माल फंसा, उठाने को भरनी होगी बढ़ी फीस, कारोबारियों ने वापस भेजने की मंजूरी मांगी
3 करोड़ का माल फंसा :अटारी बार्डर के जरिए होने वाले ट्रेड की बात करें तो शनिवार और रविवार को ट्रेड तकरीबन बंद रहता है। इसी दौरान केंद्र सरकार का 200 फीसदी ड्यूटी वाला नोटिफिकेशन जारी हो चुका है। पोर्ट सोमवार को खुलेगा और जो भी माल आएगा उस पर यह ड्यूटी लागू होगी।
आईसीपी अधिकारियों की मानें तो वर्तमान में पोर्ट पर पहले से पाक से आया करीब 3 करोड़ का माल जमा है। कारोबारी उसे उसी स्थिति में उठाएगा जब बढ़ी ड्यूटी भरेगा। खास बात तो यह है कि अगर वापस करना चाहता है तो उसकी भी मंजूरी नहीं है। यह स्थिति संबंधित कारोबारियों के लिए मुश्किल बन गई है।
पीओके के रास्ते भी ट्रेड बंद किया जाना चाहिए :ऑल इंडिया ड्राई ड्राईडेट्स एसोसिएशन के प्रधान अनिल मेहरा का कहना है कि सरकार ने पाकिस्तान को सही जवाब दिया है। लेकिन उसे आईसीपी के माल को वापस करने की मंजूरी देनी चाहिए ताकि अपने कारोबारियों का नुकसान न हो। साथ ही आईसीपी का ट्रेड पूरी तरह से बंद किया जाए। उन्होंने कारोबारियों के हवाले से पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के रास्ते से होने वाले ट्रेड को भी पूरी तरह से बंद करने की मांग उठाई है। उनका कहना है कि अगर वह बंद नहीं हुआ तो आईसीपी बंद करने का कोई लाभ नहीं होगा, क्योंकि पाक उसका फायदा उठा सकता है।
पाक से नहीं आया कोई माल, अफगानिस्तान से पहुंचे 4 ट्रक :कस्टम ड्यूटी बढ़ाने के बाद रविवार को पाक की तरफ से एक ट्रक भी सामान नहीं आया। हालांकि अफगानिस्तान से ड्राईडेट्स और ड्राईफ्रूट के चार ट्रक आए। बता दें, सरकार ने पाकिस्तान के सामान पर उक्त टैक्स लगाया है, जबकि मित्र देश होने के कारण अफगानिस्तान को उससे बाहर रखा गया है।
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