गैजेट डेस्क. अल्फाबेट इंक की गूगल प्रतिभाशाली टेक्नोलॉजिस्ट की भर्ती कर और उन्हें अपने इर्द-गिर्द बने रहने के लिए प्रेरित कर दुनिया की सबसे अधिक मुनाफे वाली इंटरनेट कंपनी बन गई थी। लेकिन अब लगता है इस पर कंपनी की पकड़ ढीली पड़ रही है। सुंदर पिचाई और उनकी टीम पर कंपनी के कर्मचारियों का भरोसा घटा है। पिचाई की टीम भविष्य में कंपनी को प्रभावशाली नेतृत्व देने में सक्षम है ऐसा मानने वालों की संख्या में 18% की कमी आई है।
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2018 के अंत में कराए गए कंपनी के सालाना सर्वे में में हर चार में से तीन (74%) कर्मचारियों ने कहा कि वे पिचाई की नेतृत्व क्षमता को लेकर सकारात्मक हैं। एक साल पहले इस प्रश्न का हां में जवाब देने वाले कर्मचारियों की संख्या 92% थी।
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गूगलिस्ट नाम के इस सर्वे में पूछा गया था कि क्या गूगल के भविष्य को लेकर पिचाई विजन और नेतृत्व उन्हें प्रेरित करता है? गूगल ने इस सालाना सर्वे के नतीजे आंतरिक स्तर पर जनवरी में कर्मचारियों के साथ साझा किए हैं। यह बताता है कि गूगल के कर्मचारियों का विश्वास का स्तर छह साल के निचले स्तर पर आ गया है।
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सर्वे के मुताबिक कर्मचारियों का वेतन पैकेज को लेकर संतुष्टि के स्तर में भी 10% की कमी आई है। ताजा सर्वे में 54% ने वेतन पैकेज संतोषजनक होने की बात कही। जबकि एक साल पहले ऐसे कर्मचारियों की संख्या 64% थी।
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सर्वे के यह नतीजे ऐसे समय सामने आए हैं जब नवंबर में गूगल के कर्मचारियों ने यौन उत्पीड़न को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। कंपनी के बड़े अधिकारियों पर यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद दुनियाभर में गूगल के 20 हजार से ज्यादा कर्मचारियों ने विरोध जताया था। इसके बाद पिचाई ने उनकी चिंताओं के निवारण के लिए ज्यादा पारदर्शिता का माहौल उपलब्ध कराने की बात की थी।
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सर्वे में 75% कर्मचारियों ने कहा कि सुंदर पिचाई के फैसलों और रणनीति से गूगल को उत्कृष्ट काम करने में मदद मिलेगी? यह आंकड़ा एक साल पहले की तुलना में 13% कम है। पिचाई के काम गूगल के विभिन्न क्षेत्रों मे उतरने को लेकर प्रतिबद्धता दिखाई देती है या नहीं? 79% ने इसका हां में जवाब दिया। यह एक साल पहले की तुलना में 12% कम है। क्या गूगल की प्राथमिकताएं सही हैं? 66% ने इसका हां में जवाब दिया। यह एक साल पहले की तुलना में 13% कम है।