Chandigarh Today

Dear Friends, Chandigarh Today launches new logo animation for its web identity. Please view, LIKE and share. Best Regards http://chandigarhtoday.org

Posted by Surinder Verma on Tuesday, June 23, 2020

देश में डेटा की खपत 5 साल में 50 गुना बढ़ी, हर हफ्ते 8 घंटे से ज्यादा वीडियो देख रहे भारतीय

0
109

गैजेट डेस्क. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बतौर वित्त मंत्री मोदी सरकार का आखिरी बजट पेश किया। उन्होंने कहा कि देश में डेटा की खपत पिछले 5 साल में 50 गुना से ज्यादा बढ़ी है। उन्होंने कहा, ‘‘डेटा खपत के मामले में भारत दुनिया में पहले नंबर पर है और डेटा और वॉइस कॉल की लागत हमारे देश में दुनिया के मुकाबले काफी कम है।’’ दैनिक भास्कर प्लस ऐप ने डेटा की खपत बढ़ने के कारण जानने की कोशिश की।

5 कारण : क्यों बढ़ी डेटा की खपत?

  • टेलीकॉम एक्सपर्ट्स के मुताबिक, देश में डेटा की खपत बढ़ने का सबसे बड़ा कारण हमारे यहां इंटरनेट का सस्ता होना है। इंटरनेट की जो कीमत 5 साल पहले हुआ करती थी, उससे करीब 90% तक सस्ता इंटरनेट आज उपलब्ध है। 5 साल पहले 2जी था, लेकिन आज 3जी और 4जी है।
  • 5 साल पहले देश में नेटवर्क कवरेज 65 फीसदी के आसपास था, जो अब बढ़कर 95 फीसदी तक पहुंच गया है। यानी अब देश की 95 फीसदी आबादी को मोबाइल नेटवर्क मिल रहा है।
  • पहले इंटरनेट की खपत ज्यादातर शहरी इलाकों में ही होती थी लेकिन अब ग्रामीण इलाकों में भी खपत बढ़ी है। इसके साथ ही, अब क्षेत्रीय भाषाओं में भी इंटरनेट पर कंटेंट मौजूद है, जबकि पहले हिंदी या अंग्रेजी में ही कंटेंट मिलता था।
  • पहले लोग सिर्फ जानकारी के लिए ही इंटरनेट पर जाते थे। आज खाना ऑर्डर करने, टिकट बुक करने, टैक्सी बुक करने जैसी चीजों के लिए भी इंटरनेट का इस्तेमाल होता है। कुल मिलाकर इंटरनेट की उपयोगिता बढ़ी है, जिससे डेटा की खपत बढ़ना स्वाभाविक है।
  • इन सभी के अलावा सबसे बड़ा कारण स्मार्टफोन है। 5 साल पहले तक अच्छा स्मार्टफोन 20-25 हजार रुपए तक का आता था, लेकिन आज कम कीमत में ही अच्छे ब्रांड के स्मार्टफोन मौजूद हैं।

ऑनलाइन वीडियो देखने में 8 घंटे से ज्यादा खर्च करते हैं भारतीय
ऑनलाइन वीडियो देखने की वजह से डेटा की खपत ज्यादा बढ़ी है। सबसे ज्यादा देर तक ऑनलाइन वीडियो देखने के मामले में फिलीपींस के बाद दूसरे नंबर पर भारतीय आते हैं। डिजिटल कंटेंट उपलब्ध कराने वाली संस्था ‘लाइमलाइट नेटवर्क’ की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय हर हफ्ते औसतन 8 घंटे 28 मिनट ऑनलाइन वीडियो देखने में खर्च करते हैं, जबकि फिलीपींस के लोग हर हफ्ते 8 घंटे 46 मिनट बिताते हैं। तीसरे नंबर पर अमेरिका है, जहां के लोग हर हफ्ते 8 घंटे 19 मिनट तक ऑनलाइन वीडियो देखते हैं। जबकि, दुनिया में हर हफ्ते ऑनलाइन वीडियो देखने का औसत समय 6 घंटे 45 मिनट है।

video

सोशल मीडिया पर रोजाना ढाई घंटे बिताते हैं भारतीय
सोशल मीडिया पर भी सबसे ज्यादा समय बिताने वालों में भारतीय 13वें नंबर पर हैं। लंदन की रिसर्च फर्म ‘ग्लोबल वेब इंडेक्स’ के मुताबिक, दुनियाभर में लोग रोजाना औसतन 2 घंटे 22 मिनट सोशल मीडिया और मैसेजिंग पर बिताते हैं, जबकि 2017 में यह समय 2 घंटे 15 मिनट था। वहीं, 2017 में सोशल मीडिया पर भारतीय यूजर्स रोजाना औसतन 2 घंटे 25 मिनट खर्च करते थे जो 2018 में 5 मिनट बढ़कर ढाई घंटे हो गया। सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा समय 4 घंटे 11 मिनट बिताने वालों फिलीपींस पहले और सबसे कम 39 मिनट समय बिताने में जापान आखिरी नंबर पर है।

इस साल 144% की दर से बढ़ेगी इंटरनेट की खपत, सस्ता भी होगा

  • देश में इंटरनेट डेटा का इस्तेमाल 144% सालाना की दर से बढ़ रहा है। इसमें से 4जी डेटा का इस्तेमाल 11 जीबी प्रति यूजर प्रतिमाह की दर से बढ़ रहा है, जबकि जियो के आने से पहले 2016 तक ये खपत 1-1.5 जीबी थी। देश में अभी कुल जितना डेटा इस्तेमाल किया जा रहा है, उसमें से 65% हिस्सा सिर्फ वीडियो देखने में इस्तेमाल हो रहा है।
  • 2019 में देश में इंटरनेट और सस्ता होने की उम्मीद है। 2014 में 1 जीबी डेटा की औसत कीमत 269 रुपए थी, जो कम होते-होते 2017 में 19 रुपए तक आ गई है। इस साल कंपनियों के बीच डेटा वॉर बढ़ने से 1 जीबी डेटा 15 रुपए से भी कम में मिलने की संभावना है।

data

इस साल 30 करोड़ से ज्यादा फोन बिकेंगे, डेटा की खपत और बढ़ेगी
टेक्नोलॉजी रिसर्च फर्म टेकआर्क के मुताबिक, इस साल देश में 30 करोड़ 20 लाख से ज्यादा मोबाइल फोन बिकने का अनुमान है। इनमें सबसे ज्यादा 14.9 करोड़ स्मार्टफोन, 9.8 करोड़ फीचर फोन और 5.5 करोड़ स्मार्ट फीचर फोन बिकेंगे। जबकि 2018 में करीब 27 करोड़ फोन की बिक्री हुई थी। एक्सपर्ट का मानना है कि मोबाइल फोन की बिक्री बढ़ने से इंटरनेट डेटा की खपत और ज्यादा बढ़ेगी।

2022 तक सबसे ज्यादा इंटरनेट यूजर्स भारतीय होंगे
वहीं, सिस्को की रिपोर्ट के मुताबिक, 2022 तक भारत में स्मार्टफोन यूजर्स की संख्या 82.9 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है, जो 2017 तक करीब 40 करोड़ थी। सिस्को के मुताबिक, दुनिया के सबसे ज्यादा इंटरनेट यूजर्स भी भारत में होंगे। 2017 तक भारत में 35.7 करोड़ लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं जो पूरी दुनिया की 27% आबादी है लेकिन 2022 तक देश में इंटरनेट यूजर्स की संख्या 84 करोड़ से ज्यादा होगा, जिसका मतलब हुआ कि दुनियाभर के 60% इंटरनेट यूजर्स भारतीय ही होंगे। 2017 तक हर भारतीय महीनेभर में 3.5 जीबी डेटा औसतन खर्च करता था, लेकिन 2022 तक बढ़कर ये 17.5 जीबी तक पहुंचने की संभावना है।

Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today

data consumption increased 50 times in 5 years