गैजेट डेस्क. हाल ही में कांग्रेस महासचिव बनीं प्रियंका गांधी की पिछले 15 साल में उत्तर प्रदेश में राहुल गांधी के मुकाबले ज्यादा गूगल सर्चिंग रही है। 2004 से लेकर अब तक की बात करें तो उत्तर प्रदेश में प्रियंका को राहुल से लगभग दाेगुना सर्च किया गया। हाल ही में जिन तीन राज्यों मप्र, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस ने चुनाव जीता, वहां लोगों ने राहुल को ज्यादा सर्च किया। बाकी राज्यों में प्रियंका की सर्चिंग ज्यादा रही।
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- गूगल ट्रेंड्स पर हमने 2004 से लेकर अब तक के नतीजों को देखा। इसके मुताबिक, देशभर में राहुल की सर्चिंग हमेशा प्रियंका से ज्यादा रही है। इन 15 साल में राहुल की एवरेज सर्चिंग जहां 22 प्वॉइंट्स रही, वहीं प्रियंका की एवरेज सर्चिंग सिर्फ 4 प्वॉइंट्स ही रही।
- राहुल को सबसे ज्यादा राजस्थान (100 प्वॉइंट्स), मध्यप्रदेश (82 प्वॉइंट्स) और छत्तीसगढ़ (60 प्वॉइंट्स) सर्च किया गया, जबकि प्रियंका को झारखंड (96 प्वॉइंट्स), त्रिपुरा (92 प्वॉइंट्स) और नागालैंड (92 प्वॉइंट्स) में सर्च किया गया। जबकि बाकी के बचे सभी राज्यों में प्रियंका की सर्चिंग राहुल से ज्यादा ही रही है।
उत्तर प्रदेश में प्रियंका आगे
अगर बात सिर्फ उत्तर प्रदेश की करें तो यहां प्रियंका, राहुल से आगे हैं। उत्तर प्रदेश में प्रियंका को जहां 15 साल की सर्चिंग में 87 प्वॉइंट्स मिले, वहीं राहुल को यहां 45 प्वॉइंट्स मिले। -
- 2004 से लेकर 2014 तक तीन बार लोकसभा के चुनाव हुए। पहली बार 2004 में, दूसरी बार 2009 में और तीसरी बार 2014 में। तीनों ही बार चुनावी साल आते ही प्रियंका की गूगल पर सर्चिंग आम साल के मुकाबले ज्यादा बढ़ गई। इन तीनों ही चुनावी साल में प्रियंका की गूगल पर सर्चिंग सबसे ज्यादा अप्रैल से लेकर मई के महीने में ही बढ़ी, क्योंकि इन्हीं महीनों में चुनावी सरगर्मी तेज होती है।
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- 23 जनवरी को राहुल ने प्रियंका को कांग्रेस महासचिव बनाया। इसके बाद प्रियंका की सर्चिंग गूगल पर कहीं ज्यादा बढ़ गई। 23 जनवरी को सुबह साढ़े 10 बजे तक गूगल पर राहुल ही आगे थे, लेकिन इसके बाद प्रियंका आगे हो गईं।
- प्रियंका की गूगल पर सर्चिंग दोपहर में बढ़ने के बाद शाम को प्राइम टाइम में भी ज्यादा रही। इस दौरान लोगों ने गूगल पर प्रियंका गांधी के बारे में, उनकी उम्र, उनके और इंदिरा गांधी के बारे में और उनके बच्चों के बारे में ज्यादा सर्च किया।
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- अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की गूगल ट्रेंड्स पर तुलना करें तो मोदी, भाई-बहन की जोड़ी पर भारी दिखाई पड़ते हैं। गूगल पर मोदी की सर्चिंग 2013 के आखिरी से बढ़नी शुरू हुई, जो अभी तक कायम है।
- 2014 से लेकर अब तक के गूगल ट्रेंड्स के आंकड़ों को देखें, तो इस दौरान मोदी की एवरेज सर्चिंग जहां 14 प्वॉइंट्स रही, वहीं राहुल की एवरेज सर्चिंग सिर्फ 2 प्वॉइंट्स रही जबकि प्रियंका को इन दोनों के मुकाबले सर्च ही नहीं किया गया।