चंडीगढ़ .घर में आए एक रिश्तेदार ने 15 साल की बच्ची के साथ रेप किया। डर के मारे बच्ची ने यह बात किसी को नहीं बताई। कुछ दिन के बाद पेट दर्द हुआ तो पेरेंट्स ने बच्ची को हॉस्पिटल में दिखाया। यहां डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची तो प्रेग्नेंट है। डॉक्टरों ने तुरंत सूचना पुलिस को दी।
मौके पर सब इंस्पेक्टर सरिता राय पहुंची और पीड़ित परिवार से डिटेल में बात की। इस दौरान न जाने क्या बात हुई कि बच्ची के घरवाले घबरा गए। जैसे ही सरिता राय रूम से बाहर आईं तो बच्ची का परिवार घबराकर वहां से चला गया। पुलिस इतनी लापरवाह रही कि इस मामले के बारे में चाइल्ड वेलफेयर कमीशन को भी नहीं बताया। किसी तरह मामला चाइल्ड वेलफेयर कमीशन की जानकारी में पहुंचा।
इसके बाद आनन-फानन में पुलिस ने पीड़ित परिवार को तलाश किया और चार दिन बाद एफआईआर दर्ज की। इस पूरे मामले से यह पता चलता है कि कैसे रेप के मामले को दबा रही थी, जिस वजह से दरिंदा खुलेआम घूम रहा है।
- एसआई ने ऐसे डील किया कि घरवाले बिना शिकायत दिए चले गए
- हमने जब बच्ची का इलाज शुरू किया तो तुरंत जानकारी पुलिस को दे दी थी। इसके बाद हमारा काम सिर्फ इलाज करना होता है। बाकी जिम्मेदारी पुलिस की होती है। – वरिंदर नागपाल, मेडिकल सुपरिंटेडेंट जीएमएसएच 16
- पुलिस बोलने को तैयार नहीं
- यह बच्ची के साथ अपराध का मामला है, इसलिए इस मामले में हम कुछ नहीं बोल सकते। – पवन कुमार, डीएसपी पीआरओ
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