एंटरटेनमेंट डेस्क. पंजाबी सिनेमा के अमिताभ बच्चन कहलाने वाले एक्टर सतीश कौल (Satish Kaul ) आज गुमनामी की जिंदगी जी रहे हैं। पॉपुलर फिल्म 'कर्मा' में नजर आए सतीश लंबे समय से बिस्तर पर हैं और कोई अपना उनकी सुध लेने वाला भी नहीं है। 2015 में प्रकाश सिंह बादल ने पंजाबी यूनिवर्सिटी से 11 हजार रुपए की पेंशन शुरू करवाई थी। लेकिन अब वो भी बंद हो चुकी है। ऐसे में सतीश की हालत सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह (CM Capt Amrinder Singh ) को पता चली तो उन्होंने मदद करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा- 'आइकॉनिक एक्टर सतीश कौल की हालत के बारे में जानकर दुख हुआ। लुधियाना के अधिकारी को उनकी हालत के बारे में रिपोर्ट भेजने कहा है। राज्य सरकार उनकी पूरी मदद करेगी'।
बीवी और बच्चे ने छोड़ा साथ
पत्नी से तलाक और बेटे के अमेरिका में शिफ्ट हो जाने के बाद सतीश ने एक्टिंग स्कूल खोला, लेकिन वो भी नहीं चला और उनके पैसे डूब गए। उनकी इस एक गलती की वजह से वो फाइनेंशियली भी काफी कमजोर हो गए और डिप्रेशन में चले गए। ऐसे में उन्होंने खुद को सबसे अलग कर लिया और फिल्में करना भी बंद कर दीं। फिल्मी दुनिया से कटने के बाद इंडस्ट्री के दोस्तों ने भी उनका साथ छोड़ दिया, जिससे वे बिल्कुल अकेले पड़ गए।
– जुलाई, 2014 में बाथरुम में फिसलने की वजह से सतीश को स्पाइनल फ्रैक्चर हो गया। इसकी वजह से उन्हें लंबे समय तक हॉस्पिटल में भर्ती रहना पड़ा। उनकी हालत ऐसी हो गई थी कि दवाओं के बिल चुकाने तक के पैसे भी नहीं बचे थे। बाद में लुधियाना के ही एक सोशल ऑर्गनाइजेशन ने उनकी मदद की और उन्हें एक ओल्डएज होम में एडमिट कराया गया।
हर वक्त मौत का रास्ता देखता हूं- सतीश
खबरों के मुताबिक, सतीश जब अस्पताल में भर्ती थे तो एक कर्मचारी ने सतीश का ऑडियो मैसेज रिकॉर्ड कर सोशल साइट्स पर पोस्ट किया था। इसमें वे कह रहे थे कि उन्हें बहुत बुरा लग रहा है। वो हर वक्त मौत का रास्ता देख रहे हैं। न जानें किन पापों की सजा मिल रही है। उन्होंने यहां तक कहा था कि उनके साथ जो हुआ, वह किसी दुश्मन के साथ भी न हो।
कई बॉलीवुड स्टार्स रहे बैचमेट
सतीश ने 1969 में पुणे के फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) से ग्रैजुएशन किया है। बॉलीवुड स्टार जया बच्चन, शत्रुघ्न सिन्हा, जरीना वहाब, डैन डेंजोंग्पा और आशा सचदेव उनके बैचमेट रहे हैं। बता दें कि आखिरी बार 1998 में आई फिल्म 'प्यार तो होना ही था' में नजर आए थे। इस फिल्म में अजय देवगन और काजोल लीड रोल में थे।
Sorry to learn about the condition of our iconic actor Satish Kaul ji. Asking DC Ludhiana to visit him and send me a report. The State Government will surely assist him. pic.twitter.com/4To8EoUZyX
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) 7 January 2019
300 से ज्यादा फिल्मों में किया काम
सतीश ने पंजाबी और बॉलीवुड की 300 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। बॉलीवुड में वे 'भक्ति में शक्ति' (1978), 'डांस डांस' (1987), 'राम लखन' (1989), 'एलान' (1994), 'जंजीर' (1998) और 'प्यार तो होना ही था' (1998) जैसी फिल्मों में नजर आए तो पंजाबी में 'जट पंजाबी' (1979), 'छम्मक छल्लो' (1982), 'ससी पन्नू' (1983), और 'पटोला' (1987) जैसी फिल्में की हैं। कहा जाता है कि बॉलीवुड से ज्यादा वे पंजाबी सिनेमा में ही पॉपुलर थे। एक दौर में उनकी पॉपुलैरिटी को देखकर जट के नाम से बनने वाली हर फिल्म में सतीश को बतौर हीरो साइन किया जाता था।
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