सना. अमेरिकी युद्धपोत यूएसएस कोल पर हमला करने वाले आतंकी जमाल अल-बदावी को अमेरिका ने ढूंढकर मारा है। रविवार को अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने इसकी पुष्टि की। अधिकारियों के मुताबिक, अमेरिकी एयरफोर्स को उसके यमन में छिपे होने की जानकारी थी। इसके बाद जहां वह छिपा था उस जगह को लक्ष्य बनाकर हमला किया गया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सेना के इस काम की तारीफ की है।
ट्रम्प ने ट्वीट में कहा, “हमने यूएसएस कोल पर हुए डरपोक हमले का बदला ले लिया। दो दशक पहले आतंकी हमलों में जान गंवाने वाले हमारे नायकों को न्याय मिल गया।
यूएसएस कोल पर हमले में मरे थे 17 अमेरिकी सैनिक
साल 2000 में यमन के पास ही अदन खाड़ी में तेल भराने के लिए रुके अमेरिकी युद्धपोत यूएसएस कोल पर आतंकियों ने विस्फोटकों से भरी नाव से हमला कर दिया था। इसमें 17 अमेरिकी नाविकों की जान चली गई थी, जबकि 40 लोग घायल हुए थे। युद्धपोत में बड़ा छेद हो गया था, जिसकी वजह से कई सैनिक लापता हो गए थे।
2003 में सामने आया था नाम
9/11 हमलों की जांच के दौरान सामने आया था कि अल-कायदा आतंकी बदावी ने यूएसएस कोल पर हमले को अंजाम दिया था। इसके बाद 2003 में अमेरिकी ग्रांड ज्यूरी ने उस पर 50 लाख डॉलर (करीब 35 करोड़ रुपए) का इनाम रखा था। 2004 में उसे यमन में पकड़ लिया गया था, लेकिन वह जेल से भागने में सफल रहा था। खुद सरेंडर करने के बाद यमन प्रशासन ने उसे छोड़ दिया गया था।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today