नई दिल्ली. नए साल की पार्टी के दौरान हुई फायरिंग के मामले में पुलिस नेजेडीयू के पूर्व विधायक राजू सिंह की पत्नी रेनू सिंह (41) औरकर्मचारी रामिंद्र सिंह (41) को गिरफ्तार कियाहै। इन दोनों पर वारदात के बाद मौके से सबूत मिटाने का आरोप है। इससे पहले पुलिस ने राजू सिंह को गिरफ्तार किया था। इस केस में अभी तक चार लोग पकड़े जा चुके हैं। गुरुवार सुबह फोर्टिस अस्पताल में भर्ती आर्किटेक्ट अर्चना गुप्ता ने दम तोड़ दिया। उनकी मौत के बाद अब पूर्व विधायक राजू सिंह के खिलाफ हत्या का केस चलेगा। साकेत कोर्ट ने राजू सिंह व ड्राइवर हरि सिंह को 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
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संयुक्त पुलिस आयुक्त देवेश श्रीवास्तव ने कहा कि पूछताछ में ये पता लगाया जाएगा कि घटना के समय कुल कितने राउंड फायर किए गए। अर्चना को लगी गोली किस पिस्टल से चली थी। आरोपी के पास से बरामद पिस्टल क्या वही है, जिससे अर्चना को गोली लगी। अभी तक करीब 7 लोगों ने राजू सिंह द्वारा घटना के वक्त फायरिंग की जाने की बात स्वीकार की है।
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31 दिसंबर से फोर्टिस अस्पताल में भर्ती अर्चना गुप्ता आखिरकार जिंदगी से जंग हार गईं। वह आईसीयू में वेंटिलेटर पर थीं। सुबह उनकी सांसें थम गईं। सिर में गोली फंसे होने की वजह से शुरू से ही उनके बचने की संभावना कम थी।
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पुलिस न्यू ईयर पार्टी के आयोजन से लेकर गिरफ्तारी तक की कड़ियों को एक-दूसरे से जोड़ा जाएगा। पुलिस इस एंगल को ध्यान में रखकर पूर्व विधायक से पूछताछ करेगी कि कहीं राजू सिंह का इरादा पार्टी में फायरिंग के बहाने अर्चना की हत्या करना तो नहीं था। या फिर डांस फ्लोर पर ऐसी कोई बात तो नहीं हुई थी जिस कारण आरोपी ने इस घटना को अंजाम दिया।
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एम्स मोर्चरी की बिल्डिंग में बने फॉरेंसिक डिपार्टमेंट में राजू सिंह व हरि सिंह के हैंड वॉश कराए गए। इसके पीछे पुलिस की मंशा मामले में सबूत जुटाने की थी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया जो गोली चलाता है, उसके हाथ में गन पाउडर लग जाता है। वह अदृश्य होता है। कई बार हाथ धोने के बाद भी उस पाउडर के नमूने हाथ में लगे रह जाते हैं। हाथ एक विशेष कैमिकल से धुलवाए जाते हैं, जिसमें वह पाउडर अपना रंग छोड़ देता है। बाद में उसी केमिकल को एफएसएल जांच के लिए भिजवाया जाता है। इस टेस्ट की रिपोर्ट केस को मजबूत बनाती है। इधर, हैंड वॉश के लिए जिस वक्त पूर्व विधायक को ले जाया गया था, उसी वक्त बिल्डिंग में अर्चना के शव का पोस्टमार्टम भी चल रहा था। पीड़ित परिजन यहां पहुंचे हुए थे। टेस्ट के दौरान आरोपी ने पीड़ित परिवार से कुछ देर बात भी की। हालांकि पुलिस इस बात से इनकार कर रही है।
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आरोपी पूर्व विधायक राजू सिंह ने अपनी पत्नी रेनू सिंह को बिहार में निर्दलीय चुनाव लड़ाकर उन्हें एमएलसी बनवाया था। रेनू सिंह पूर्वी चंपारण से पंचायती राज कोटे से चुने जाने वाली एमएससी सीट पर जीती थीं। राजू सिंह के पिता उदय प्रताप सिंह पारु प्रखंड के आनंदपुर खरौनी पंचायत के कई बार मुखिया भी रह चुके हैं।
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पुलिस को दिए बयान में रियल एस्टेट कारोबारी विकास गुप्ता ने कहा राजू सिंह का बड़ा भाई संजीव सिंह उनका 25 साल पुराना दोस्त है। 31 दिसंबर की रात वह पत्नी अर्चना और बेटी होशिका के साथ न्यू ईयर सेलीब्रेट करने के लिए इस फार्म पर आए थे। डीजे फ्लोर पर डांस कर रही अर्चना ने 12 बजते ही विकास और बेटी के गले लग उन्हें विश किया था।
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इसके बाद वह फ्लोर पर डांस करने लगी। इस बीच विकास ने देखा कि सिक्युरिटी गार्ड ने गन से दो राउंड हवाई फायर किए। चार-पांच राउंड फायर राजू सिंह ने भी अपनी पिस्टल से किए। इसके पांच मिनट बाद फिर से राजू सिंह ने गोलियां चलाईं। इसके बाद अर्चना एकदम से गिर गई, उसके सिर से खून बहने लगा था। आनन फानन में इनोवा कार से उसे फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया। विकास ने बताया कि अर्चना के सिर में गोली लगी थी। वह गोली निकाली नहीं जा सकी।