लंदन. ब्रिटेन में उड़ान से पहले पायलटों की थकावट की जांच (टायर्डनेस टेस्ट) करने के प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकिकॉकपिट में पायलटों को नींद आने का खतरा कम किया जा सके। ब्रिटिश एयरलाइंस पायलट्स एसोसिएशन ने ही इसकी पहल की है। एसोसिएशन की मांग का ब्रिटेन के कुछ सांसद समर्थन कर रहे हैं।
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यह एसोसिएशन यूके के 10 हजार पायलटों का प्रतिनिधित्व करता है। उसका कहना है कि पायलटों की थकान मापने के लिए उनके फ्लाइट रोस्टर का एक कम्प्यूटर प्रोग्राम बनाया जाना चाहिए। काम के लंबे घंटे और नियमित रूप से अलग-अलग टाइम जोन पार करने से पायलट गहरी थकान के शिकार होते हैं।
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यूरोपीय एविएशन स्टैंडर्ड्स एजेंसी के नियमों के मुताबिक- अगर पायलट खुद को थका हुआ बताए तो एयरलाइन उसे उड़ान पर नहीं भेज सकती। एसोसिएशन ने कैरोलिंस्का स्लीपनेस स्केल के आधार पर प्रोग्राम बनाने की सिफारिश की है।
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स्केल में एक से नौअंकों तक थकान का आकलन किया जाता है। अगर किसी की थकान को एक नंबर मिला तो इसका मतलब है कि वह पूरी तरह से अलर्ट है। वहीं, किसी को स्केल में नौनंबर मिला तो उसे तुरंत नींद की जरूरत है। यूनियन का सुझाव है कि थकान का लेवल आठया उससे ऊपर आने पर पायलट काे उड़ान पर न भेजा जाए।
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ब्रिटिश पायलट एसोसिएशन के डॉ. रॉब हंटर के मुताबिक,‘‘पायलट अपनी ड्यूटी बदल सकते हैं। हमें पता होता है कि उन्हें थकान हो गई है। यह सामान्य बात है और इसे स्वीकार करना चाहिए। पायलटों की परफॉर्मेंस इसलिए प्रभावित होती है, क्योंकि वे बिना सोए नींद भगाने की कोशिश करते हैं।’’
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हंटर ने सांसदों से पायलटों के काम के घंटे दोबारा तय करने की अपील की है। वहीं, द एयर सेफ्टी ग्रुप का कहना है कि पायलट एसोसिएशन का प्रस्ताव सराहनीय है। साथ ही कहा है कि थकान के चलते प्रभावित होने वाले कामों के लिए कोई वैज्ञानिक शोध होना चाहिए।
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कुछ सांसदों ने भी थकान के दौरान पायलटों को उड़ान पर न भेजने का समर्थन किया है। पूर्व लिबरल डेमोक्रेट नेता टिम फैरन ने कहा,‘‘हमारी एविएशन इंडस्ट्री सुरक्षा के उच्च मानकों को लेकर गर्व कर सकती है। एसोसिएशन ने भी पायलटों और यात्रियों की सुरक्षा के लिहाज से ही प्रस्ताव तैयार किया है। इसका समर्थन करना चाहिए।’’
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ब्रिटिश एयरवेज, ईजीजेट और वर्जिन अटलांटिक ने सभी सुरक्षा मानकों का पालन किए जाने की मांग की है। यूरोपियन एविएशन स्टेंडर्ड्स एजेंसी के मुताबिक,ट्रेनिंग और एजुकेशन से किसी का बर्ताव बदला जा सकता है। एयरलाइन को अपने पायलटों को थकान से उबरने के लिए पर्याप्त प्रशिक्षण देना चाहिए।