गैजेट डेस्क. भारत में अब मोबाइल गेमिंग को लेकर क्रेज बढ़ता जा रहा है। अभीभारत में 26.9 करोड़ गेमर्स हैं जिनकी संख्या 2022 तक 36.8 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है। इस बात का दावा मोबाइल मार्केटिंग एसोसिएशन ने अपनी ‘पॉवर ऑफ मोबाइल गेमिंग इन इंडिया’ रिपोर्ट में किया है।रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादा मोबाइल गेमर्स के मामले में भारत टॉप-5 देशों में शामिल हो गया है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि लोग नेटफ्लिक्स और अमेजन जैसे ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर जहां औसतन45 मिनट बितारहे हैं, वहीं गेमिंग में एक घंटे से ज्यादा का वक्त दे रहे हैं।
रिपोर्ट की 5 बड़ी बातें
- भारत में मोबाइल गेमिंग का सालाना रेवेन्यू लगातार बढ़ रहा है। 2018 तक भारत में मोबाइल गेमिंग का रेवेन्यू 64.9 करोड़डॉलर (करीब 46.44 अरब रुपए) है जो 2022 तक बढ़कर 94.3 करोड़डॉलर (करीब 67.48 अरब रुपए) तक पहुंचने का अनुमान है।
- भारत में 2016 में गेमर्स की संख्या 20.1 करोड़ थी जो 2018 में बढ़कर 26.8 करोड़ पहुंच गई है। ये संख्या 2020 तक 32.6 करोड़ और 2022 तक 36.8 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है।
- भारत में मोबाइलगेम खेलने का औसत समय एक घंटे से ज्यादाहै। जबकि 31% लोग ऐसे हैं जो रोजाना 4.5 बार गेम खेलते हैं।
- भारत में 45% मोबाइल गेमर्स महिलाएं हैं जबकि 58% गेमर्स मांएं गेम खेलती हैं। जबकि एक तिहाई ऐसे गेमर्स हैं जिनकी उम्र 35 साल से ज्यादा है।
- रिपोर्ट में कहा गया है कि पुरुष जहां एक्शन, एडवेंचर, रेसिंग या स्पोर्ट्स गेम खेलना पसंद करते हैं,वहीं महिलाएं पजल, क्विज गेम ज्यादा खेलती हैं। पुरुष शाम को 6 बजे से रात 12 बजे जबकि महिलाएं रात 9 बजे से 12 बजे तक मोबाइलगेमखेलना पसंद करती हैं।
42% लोग एक घंटे से ज्यादा गेम खेलते हैं
- इस रिपोर्ट के मुताबिक, 42% लोग ऐसे हैं जो रोजाना एक घंटे से ज्यादा गेम खेलते हैं। इनमें 26% लोग रोजाना 1-2 घंटे और 16% लोग 2 घंटे से ज्यादा गेम खेलते हैं।
- वहीं, 68% लोग ऐसे हैं जो एक घंटे से कम गेम खेलते हैं। इनमें 7% तो ऐसे लोग हैं जो 10 मिनट से भी गेम खेलते हैं जबकि 25% लोग आधे घंटे से कम और 27% लोग एक घंटे से भी कम गेम खेलते हैं।
पुरुष एक्शन और एडवेंचर तो महिलाएं क्विज गेम करती हैं पसंद
- इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि पुरुष ज्यादातर एक्शन या एडवेंचर वाले गेम और महिलाएं क्विज गेम खेलना ज्यादा पसंद करती हैं। इसके मुताबिक, 69% पुरुष एक्शन या एडवेंचर जबकि 67% पुरुष रेसिंग या स्पोर्ट्स गेम खेलना पसंद करते हैं।
- वहीं 41% महिलाएं एक्शन या एडवेंचर और इतनी ही रेसिंग या स्पोर्ट्स गेम खेलती हैं। सबसे ज्यादा 82% महिलाएं पजल, क्विज या वर्ड गेम खेलना पसंद करती हैं।
तीन तरह की होती है गेमिंग कैटेगरी, सबसे ज्यादा फ्री गेम खेलना पसंद
- गेम की तीन कैटेगरी होती हैं। पहली कैटेगरी फ्री गेम्स की होती है, जिसमें किसी भी तरह का चार्ज नहीं लिया जाता। दूसरी कैटेगरी फ्रीमियम गेम्स की होती है जिसे डाउनलोड तो फ्री में किया जा सकता है लेकिन इसके अंदर कुछ टूल्स इन-ऐप परचेज के जरिए ऑफर किए जाते हैं और चार्ज लिया जाता है। वहीं, तीसरी कैटेगरी में गेम खेलने के लिए कुछ चार्ज लिया जाता है।
- इस रिपोर्ट के मुताबिक, 92% लोग फ्री गेम्स खेलना ही पसंद करते हैं। हालांकि, 28% लोग ऐसे भी हैं जो फ्रीमियम गेम्स खेलते हैं और कुछ पैसा भी खर्च करते हैं। सिर्फ 11% लोग ही पैसे देकर तीसरी कैटेगरी के गेम खेलते हैं।
- इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि, 44% लोग ऐसे हैं जो गेम पर 50 रुपए से भी कम खर्च करते हैं जबकि 36% लोग 50-100 रुपए के बीच का खर्चा करते हैं। वहीं सिर्फ 20% लोग ही गेम पर 150 रुपए या उससे ज्यादा खर्च करते हैं।
5 में से 3 मांएं, टीवी भी देखती हैं और मोबाइल पर भी काम करती हैं
- इस रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनियाभर की मांएं रोजाना 6 घंटे से ज्यादा का समय ऑनलाइन एक्टिविटी करने में बिताती हैं। वहीं भारतीय मांएं ऑनलाइन रहकर सबसे ज्यादा गाने सुनती हैं, गेम खेलती हैं या फिर वीडियो देखती हैं।
- इसमें ये भी कहा गया है कि ज्यादातर मांएं मल्टी टास्किंग करने में माहिर होती हैं। क्योंकि 5 में तीन मांएं ऐसी होती हैं जो अपना ध्यान एक बार में मोबाइल स्क्रीन और टीवी स्क्रीन दोनों पर ही लगा सकती हैं।
- रिपोर्ट के मुताबिक 60% मांएं मोबाइल पर बहुत ही साधारण और सरल गेम खेलना पसंद करती हैं जबकि इतनी ही मांएं गेमिंग पर 50 रुपए से कम खर्च करती हैं।
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