सुशील भार्गव, हरियाणा.14 लाख से अधिक वोटरों वाले 5 नगर निगम व दो नगर पालिकाओं में मतदान हो चुका है। नतीजे भले ही 19 दिसंबर दोपहर 12 बजे तक लगभग क्लियर हो जाएंगे, लेकिन राजनीतिक दलों ने जीत के अभी दावे कर दिए हैं। भाजपा जहां पांचों सीटों पर जीत की बात कह रही है।
वहीं इनेलो-बसपा गठबंधन तीन सीटों पर जीत का दावा कर रहा है। इधर, कांग्रेस ने साफ कहा है, वे सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, लेकिन स्थानीय निकाय के चुनावों में जनादेश भाजपा के खिलाफ है। जबकि वोटरों की खामोशी से प्रत्याशियों की सांसें अगले 48 घंटे तक अटकी रहेंगी। भले ही पांच साल पहले हुए नगर निगम चुनावों जैसा वोट पोल नहीं हो पाया, लेकिन इन चुनावों से प्रदेश की राजनीतिक फिजा का पता चल जाएगा।
पांच राज्यों में हुए चुनाव का नहीं पड़ेगा असर :
सीएम के राजनीतिक सलाहकार राजीव जैन ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने समूचे प्रदेश का समान विकास कराया है। शहरों के विकास के लिए कई बड़ी योजनाएं बनाई गई हैं। जिनका लाभ मिल रहा है। यमुनानगर, करनाल, पानीपत, रोहतक, हिसार नगर निगमों के अलावा दोनों नगर पालिकाओं में भाजपा जीत दर्ज करेगी। भाजपा बिना भेदभाव के विकास कराती है। सीएम मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व का भाजपा को इन चुनावों में लाभ मिलेगा और पांच प्रदेशाें में हुए चुनावों के नतीजों का हरियाणा में कोई असर नहीं पड़ेगा।
इनेलो-बसपा गठबंधन की होगी जीत :
इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने कहा कि इनेलो-बसपा गठबंधन ने करनाल, पानीपत, रोहतक, हिसार व यमुनानगर में अपने प्रत्याशी नगर निगम के लिए उतारे हैं और गठबंधन जीत दर्ज करेगा। अब तक विरोधियों द्वारा यही कहा जाता था कि इनेलो का वजूद नहीं रहा, लेकिन इन चुनावों में बड़ी जीत मिलेगी। गठबंधन के प्रत्याशी जीत दर्ज करेंगे।
सिंबल पर लड़ते तो 5-0 से जीतते :
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर ने कहा कि प्रदेश के पांच नगर निगमों में हुए चुनाव में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी सिंबल पर नहीं लड़े। यदि सिंबल पर लड़ते तो कांग्रेस नगर निगमों के चुनावों में 5-0 से जीत दर्ज करती। बहरहाल लोगों ने भाजपा के खिलाफ मतदान किया। पांच राज्यों में भाजपा के खिलाफ हुए मतदान का सीधा असर इन चुनावों में दिख रहा है। लोगों ने प्रदेश में कांग्रेस को सत्ता में लाने का मन बना लिया है।
करनाल- रोहतक पर टिकीं सबकी नजरें :
करनाल और रोहतक नगर निगम पर सबकी नजरें हैं। मतदान हो चुका है, चूंकि पिछले चुनावों से कम मतदान हुआ है, ऐसे में अब घटा जोड़ होने लगा है। खुफिया एजेंसी भी रिपोर्ट बना रही हैं, जबकि सट्टा बाजार की रिपोर्ट भी परखी जा रही है। सबसे अधिक रोचक मुकाबला करनाल मेयर सीट पर है, यहां सीएम मनोहर लाल भी प्रचार कर चुके हैं। जबकि रोहतक में भी मुकाबला काफी रोचक है।
सीएम सिटी में सबसे कम हुआ मतदान :
सीएम सिटी करनाल में सबसे कम मतदान हुआ है। यहां पर 61.8 फीसदी मतदान हुआ है, जबकि 2013 में यहां 73.5 फीसदी मतदान हुआ था। नगर निगम हिसार में 62.7 प्रतिशत मतदान, जबकि 2013 में 67.1, पानीपत में 62 प्रतिशत जबकि वर्ष 2013 में 69.2, रोहतक में 62.4 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि पिछली बार यहां 67.9 फीसदी और यमुनानगर में 65.2 प्रतिशत मतदान हुआ है, वर्ष 2013 में यहां 74.2 फीसदी मतदान हुआ था।
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