चंडीगढ़ . पंजाब विधानसभा ने महिला आरक्षण बिल पास कर दिया है। बिल में संसद और विधानसभा में चुनाव महिलाओं के लिए 33% आरक्षण का प्रावधान किया है। अगर इसे मंजूरी मिल जाती है तो पंजाब विधानसभा की कुल 117 सीटों में से 33% यानी 39 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हो जाएंगी। यानी किसी भी पार्टी से 39 विधायक महिलाएं होंगी।
अभी बिल को मंजूरी के लिए केंद्र के पास भेजा जाएगा। सरकार ने यह कदम कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देश पर उठाया है। कुछ दिन पहले राहुल ने कांग्रेस शासित राज्यों को ये प्रस्ताव पास करने को कहा था। शुक्रवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रस्ताव पेश किया।
इसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। सीएम ने कहा कि इस प्रस्ताव के माध्यम से महिलाओं की लंबे समय से लंबित मांग पूरी होगी। इस व्यवस्था से लोकसभा की कुल 543 सीटों में से 181 और देशभर की विधानसभाओं की कुल 4109 सीटों में से 1370 सीटें भी महिलाओं के लिए रिजर्व हो जाएंगी।
विधायक सतकार बोलीं- केंद्र पर दबाव डालना होगा :कांग्रेस विधायक सतकार कौर ने इस बिल के पास करने के लिए केंद्र पर दबाव डालने को कहा। आम आदमी पार्टी की विधायक रुपिंदर कौर रूबी ने कहा कि इस बिल में एससी और बीसी महिलाओं के लिए अपेक्षित प्रतिनिधित्व को भी यकीनी बनाया जाए ।
देश में सबसे पहले 2010 में पास हुआ था ये बिल :विधानसभाओं और लोकसभा में महिलाओं को 33% आरक्षण दिलाने का बिल राज्यसभा ने 9 मार्च, 2010 को पास कर दिया था। लेकिन लोकसभा में वोटिंग ही नहीं हुई। इस वजह से 2014 में 15वीं लोकसभा भंग होने के साथ ही यह विधेयक भी खत्म हो गया था। इसलिए लोकसभा में अब विधेयक को नए सिरे से पेश करना जरूरी है।
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