मेलबर्न. ऑस्ट्रेलिया ने पश्चिमी येरुशलम को इजरायल की आधिकारिक राजधानी माना है। शुक्रवार को ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने इसकी पुष्टि की। हालांकि, उन्होंने साफ किया कि ऑस्ट्रेलिया के दूतावास को तेल अवीव से तब तक शिफ्ट नहीं किया जाएगा, जब तक इजरायल और फिलिस्तीन दोनों येरुशलम पर सालों से चल रहे विवाद को सुलझा नहीं लेते।
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जानकारी के मुताबिक, मॉरिसन ने यह फैसला घरेलू और अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों से चर्चा करने के बाद लिया। सिडनी में एक कार्यक्रम के दौरान मॉरिसन ने कहा कि हम आगे येरुशलम की स्थिति तय हो जाने पर अपने दूतावास को भी पश्चिमी येरुशलम शिफ्ट कर देंगे। ऑस्ट्रेलिया ने इसी साल अक्टूबर में येरुशलम को लेकर अपनी नीतियों की समीक्षा का ऐलान किया था। इस पर इजरायल ने खुशी जताई थी, जबकि फिलिस्तीन ने इसकी आलोचना की थी।
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येरुशलम इजरायल और फिलिस्तीन के बीच लंबे समय से येरुशलम को लेकर विवाद है। दरअसल, इजरायल पूरे येरुशलम को अपनी प्राचीन और अविभाज्य राजधानी मानता है। वहीं फिलिस्तीन येरुशलम के पूर्वी हिस्से पर अपना दावा करता है। इस हिस्से पर इजरायल ने 1967 की मिडिल-ईस्ट वॉर में कब्जा कर लिया था।
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येरुशलम पर इजरायल की स्वायत्ता को अब तक अंतरराष्ट्रीय मान्यता नहीं मिल पाई है। 1993 में हुए एक शांति समझौते के मुताबिक, येरुशलम की स्थिति को लेकर दोनों देशों के बीच शांति वार्ता होनी हैं। हालांकि, 1967 के बाद से ही इजरायल ने यहां कई निर्माण कर लिए हैं। अभी पूर्वी येरुशलम में करीब 2 लाख यहूदियों के घर हैं। अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक यह गलत है, लेकिन इजरायल इसे नहीं मानता।