रोहतक.फरवरी 2015 में जाट आंदोलन के दौरान वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु की कोठी में आगजनी मामले में आरोपी खेड़ी साध के 42 वीरेंद्र सिंधु की हत्या हो गई है। वीरेंद्र की अागजनी केस में गुरुवार को पंचकूला में पेशी थी, इसलिए बुधवार शाम को ही वह घर से निकल गया था।
गुरुवार सुबह करीब 7 बजे उसका शव रोहतक शहर के काठमंडी एरिया में ओवरब्रिज के नीचे पड़ा मिला। यह ओवरब्रिज रेलवे स्टेशन से कुछ ही दूरी पर स्थित है। वीरेंद्र का सिर पत्थर से बुरी तरह कुचला हुआ था। शव के पास ही एक खून से सना बड़ा पत्थर और दो खाली गिलास भी मिले हैं। उसकी जेब से नकदी व मोबाइल फोन गायब मिला है।
सीन आॅफ क्राइम से उठे सवाल :
- पंचकूला जाने के लिए ट्रेन रात 9 बजे रोहतक से रवाना होती है। करीब 7:30 बजे वीरेंद्र गांव से चल पड़ा। 8 बजे तक रोहतक पहुंच गया होगा। लेकिन ट्रेन में पंचकूला रवाना नहीं हुआ। पुलिस इस सवाल का जवाब अभी तय नहीं कर पाई है कि वीरेंद्र झज्जर रोड पर स्टेशन वाले रोड से आगे ओवरब्रिज तक कैसे और क्यों गया।
- परिजनों के अनुसार वीरेंद्र के पास महज 1020 रु. व एक मोबाइल फोन था। उसका फोन व नकदी शव के पास से गायब मिली है। लेकिन मोबाइल का सिम शव के पास ही पड़ा मिला। उसका चेहरा बुरी तरह कुचला हुआ था। अगर शिनाख्त छिपाने के लिए हत्यारे ने ऐसा किया तो मोबाइल का सिम वहीं क्यों छोड़ा। दो खाली डिस्पोजल के गिलास मिले हैं। लेकिन पुलिस तय नहीं कर पा रही कि इसे हत्यारा क्यों छोड़कर गया है।
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