भुवनेश्वर (ओडिशा). हॉकी वर्ल्ड कप में पहली बार क्रॉसओवर के मुकाबले होंगे। यानी हर पूल की चार में से तीन टीमों का अगले राउंड में पहुंचना तय है। इस कारण मौजूदा वर्ल्ड कप हर मैच में गोल का औसत 24 साल में सबसे कम हो गया है। टूर्नामेंट में मंगलवार तक हुए 14 मुकाबलों की बात करें तो इस दौरान 49 गोल हुए। यानी हर मैच में 3.5 गोल। पिछले वर्ल्ड कप के हर मैच में औसतन 4.26 गोल हुए थे। वर्ल्ड रैंकिंग में 20 नंबर पर काबिज फ्रांस के खिलाफ पहले दो मैच में विरोधी टीमें केवल तीन गोल कर पाईं। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि क्रॉसओवर के कारण टीमें डिफेंसिव खेल दिखा रही हैं। गुरुवार को दो मैच होंगे। पहले मैच में स्पेन और न्यूजीलैंड भिड़ेंगे। एक अन्य मैच में अर्जेंटीना और फ्रांस आमने-सामने होंगे।
यह है क्रॉसओवर
टूर्नामेंट की 16 टीमों को चार ग्रुप में बांटा गया है। हर ग्रुप की टॉप टीम क्वार्टर फाइनल में पहुंच जाएगी। दूसरी और तीसरी नंबर की टीमों के पास क्वार्टर फाइनल में पहुंचने का मौका। ग्रुप-ए की दूसरे नंबर की टीम ग्रुप-बी के तीसरे नंबर की टीम से और ग्रुप-ए की तीसरे नंबर की टीम ग्रुप-बी के दूसरे नंबर की टीम से भिड़ेगी। यही क्रॉसओवर मुकाबला है। इसकी विजेता टीमें क्वार्टर फाइनल में जाएंगी। दो अन्य पूल में भी ऐसे ही क्रॉसओवर के मुकाबले होंगे।
एक मैच में 10 मिनट कम हुए
पहली बार वर्ल्ड कप में 15-15 मिनट के चार क्वार्टर के हिसाब से मैच खेले जा रहे हैं। यानी एक मुकाबला 60 मिनट का होगा। पिछली बार वर्ल्ड कप में 35-35 मिनट के दो हाफ हुए थे। एक मैच 70 मिनट का होता था। ऐसे में एक मैच में 10 मिनट कम हो गए। 1 सितंबर 2014 से इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन ने सभी मैच को चार क्वार्टर के हिसाब से कराने का फैसला किया। 2016 रियाे ओलिंपिक में भी यही नियम लागू था।
कोई टीम मैच नहीं हारना चाहती : चार्ल्सवर्थ
ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रहे और बतौर कोच पिछले दो बार वर्ल्ड कप का खिताब दिलाने वाले रिक चार्ल्सवर्थ ने कहा कि नए नियम के हिसाब से बड़ी टीमों का अगले राउंड में पहुंचना तय है। इस कारण वे मैच हारना चाहती हैं। इस कारण उनका खेल धीमा है। हालांकि यह खेल का एक हिस्सा है। वहीं भारतीय टीम के पूर्व कप्तान जगबीर सिंह ने कहा कि क्रॉसओवर से हर पूल की केवल एक टीम पहले राउंड से बाहर होगी। ऐसे में लीग मुकाबले में सभी टीमें डिफेंसिव हैं। नॉकआउट राउंड से सभी टीम के खेल में तेजी आएगी।
जर्मनी ने 16 साल बाद शुरुआती दो मैच जीते, नीदरलैंड को हराया
जर्मनी ने नीदरलैंड को 4-1 से हराकर टूर्नामेंट में लगातार दूसरी जीत दर्ज की। 16 साल बाद जर्मनी ने वर्ल्ड कप के दो शुरुआती मैच जीते। 13वें मिनट में नीदरलैंड के वेलेंटिन वर्गा ने गोल कर 1-0 की बढ़त दिलाई। 30वें मिनट में जर्मनी के मेथियस म्यूलर ने गोल करके स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। आखिरी क्वार्टर में जर्मनी ने तीन गोल किए।
52वें मिनट में लुकास विनफेडर और 54वें मिनट में मार्को ने गोल कर स्कोर 3-1 कर दिया। 58वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक पर क्रिस्टोफर रूर ने गोल कर टीम को 4-1 से अजेय बढ़त दिला दी। जर्मनी की टीम पूल डी में 6 पॉइंट के साथ नंबर-1 पर है। नीदरलैंड ने मलेशिया को 7-0 से हराया था लेकिन इस मैच में टीम खास प्रदर्शन नहीं कर सकी। वहीं पाक और मलेशिया का मैच 1-1 से ड्रॉ रहा।
पिछले सात वर्ल्ड कप में गोल का औसत
साल | गोल औसत |
1994 | 3.39 |
1998 | 4.98 |
2002 | 4.17 |
2006 | 4.14 |
2010 | 5.24 |
2014 | 4.26 |
2018* | 3.5 |
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today