लास वेगास. अमेरिका के ओहामा में रहने वाले हंटर शैमत्त (20) कुछ दिन पहले लास वेगास पहुंचे तो उनका पर्स खो गया। पर्स में 60 डॉलर, 400 डॉलर का पे-चेक, बैंक कार्ड और पहचान पत्र था। कुछ दिन बाद हंटर को उनका पर्स डाक के जरिए से मिला। पर्स में 100 डॉलर थे। पर्स लौटाने वाले ने उन्हें एक पत्र भी भेजा। इसमें लिखा था, ‘‘पर्स मिलने की खुशी एंजॉय करो।’’
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हंटर ने बताया कि पर्स खोने के बाद वे काफी परेशान हो गए, क्योंकि दो दिन बाद उनकी बहन की शादी थी और बिना पहचान-पत्र और बैंक कार्ड के वे कार्यक्रम की तैयारी नहीं कर पा रहे थे। सबसे ज्यादा दिक्कत पहचान पत्र खोने से थी, क्योंकि उसे बनवाना आसान नहीं है।
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बहन की शादी के बाद हंटर को ओहामा वापस जाना था, लेकिन पहचान पत्र नहीं होने के कारण वे फ्लाइट से नहीं जा सके। ऐसे में वे करीब साढ़े तीन घंटे गाड़ी चलाकर घर पहुंचे। हंटर की मां जेनी शैमत्त ने बताया कि बेटे का पहचान-पत्र खोने के बाद परिवार के बाकी लोगभी काफी चिंतित थे।
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दो दिन पहले हंटर के घर एक पार्सल आया, जिसमें उनका पर्स था। यह पार्सल ओहामा में ही रहने वाले टोड ब्राउन ने भेजा था। हंटर ने पर्स चेक किया तो उसमें 60 की जगह 100 डॉलर मिले, जबकि बाकी सामान भी मौजूद था। इसके अलावा पर्स में एक पत्र भी था।
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पत्र में लिखा था, ‘‘हंटर, मुझे तुम्हारा पर्स ओहामा से डेनेवर जा रही फ्रंटियर फ्लाइट में बारह नंबर लाइन की एफ सीट पर मिला था। यह सीट और प्लेन की दीवार के बीच में फंसा हुआ था। उम्मीद है कि तुम्हें पर्स वापस मिलने की उम्मीद होगी।’’
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इसी पत्र में हंटर के लिए एक नोट भी था। इसमें लिखा था, ‘‘मैंने तुम्हारी रकम 100 डॉलर कर दी है, जिससे तुम अपना पर्स पाने की खुशी मना सको। एंजॉय करो।’’ पर्स मिलने के बाद हंटर ने रकम को तीन बार गिना। उन्होंने टोड ब्राउन को जवाबी खत लिखा और पर्स भेजने के लिए धन्यवाद भी दिया।
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हंटर को लगा कि शायद उनका पर्स ओहामा से वेगास आने वाली फ्लाइट में रह गया। ऐसे में उन्होंने एयरलाइंस को फोन किया और मिसिंग की रिपोर्ट दर्ज करा दी।