आरोप- फैक्ट्री में कार खड़ी थी, नहीं दी तो बाइक पर ले गए अस्पताल
मृतक के परिजनों का आरोप है कि जब कपिल को करंट लगा तो वह वहीं पर गिर गया। मौके पर कार खड़ी थी। इस दौरान कपिल के साथ काम करने वालों ने कार में उसे अस्पताल ले जाने को कहा, लेकिन कार नहीं दी गई। इसके बाद ही उसे बाइक पर वहां से लाया गया। हादसे के करीब चार घंटे बाद परिजनों को इसका पता चला। परिवार के लोगों का कहना है कि अगर समय रहते कपिल को अस्पताल पहुंचा दिया गया होता तो उसकी जान बच सकती थी।
मां को आंखों से दिखता नहीं, भाई बीमार, मार्च में बहन की शादी, आर्थिक संकट बढ़ा
कपिल के चचेरे भाई भारत, रमन, अजय ने बताया कि कपिल की पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। वह घर में अकेला कमाने वाला था। उसका बड़ा भाई बीमार है। वहीं उसकी मां को आंखों से दिखाई नहीं देता। बहन का कुछ दिन पहले ही रिश्ता किया है। मार्च में उसकी शादी तय की गई है। कपिल की मौत से परिवार के सामने आर्थिक संकट आ गया है।
परिवार को साढ़े Rs.4 लाख देने पर हुआ फैसला
गुलाब नगर प्रधान ओमप्रकाश ने बताया कि मृतक के परिवार की आर्थिक हालत बेहद कमजोर है। फैक्ट्री मालिक और ठेकेदार के साथ बैठकर बातचीत हुई है। इसमें फैसला हुआ है कि फैक्ट्री मालिक चार लाख और ठेकेदार 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता मृतक के परिवार को देगा। इस पर फैक्ट्री मालिक और ठेकेदार ने भी सहमति जताई है।
दोनों पक्षों में समझौता हो गया है : एसएचओ
सदर यमुनानगर थाना प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि करंट लगने से युवक की मौत हुई थी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया है। परिजन थाने में आए थे। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच में आपसी सहमति बनी है। दोनों ने आपसी समझौता होने की बात कही है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today